Chhath Puja 2021: छठ मैया की पूजा करते समय भूलकर भी ना करें ये गलतियाँ, वरना छठी मैया हो जायेंगी नाराज-
दोस्तों उत्तर भारत का प्रमुख त्योहार छठ पूजा हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी कार्तिक मास की षष्ठी को मनाया जायेगा, हर वर्ष हर त्योहार दिवाली के छः दिनों के बाद होता है। छठ मैया के त्योहार की शुरुआत नहाय खाय से शुरू होती है, इस व्रत के दौरान महिलायें 36 घंटों तक निर्जला व्रत रखती हैं और माता छठी को पूजा करती हैं और भगवान सूर्य देव को अर्ध्य देने के बाद इस व्रत को खत्म करती हैं।
छठ पूजा में सूर्य देव की उपासना की जाती है ताकि उनकी कृपा हम सभी पर बनी रहे और सूर्य देव की कृपा से हमारे घर का धन-धान्य हमेशा भरा रहे, छठी माता संतान सुख देने के लिए जानी जाती हैं भगवान सूर्य से संतान प्राप्त करने के छठी मैया की पूजा की जाती हैं। छठी मैया का व्रत रखते समय कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है, यदि आप इनको अनदेखा करते हैं तो छठी मैया आप पर नाराज हो सकती यहीं तो चलिए जानते हैं कौन सी वो गलतियाँ जिनको छठी पूजा के समय हमें नहीं करना चाहिये।
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1.साफ हाथों से छूये पूजा का समान-
छठ व्रत के दौरान आपको जब भी पूजा का सामना छूना हो सबसे पहले आप अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लेना चाहिये और इस बात का ध्यान देना चाहिये कि घर के बच्चे कहीं प्रसाद को झूठा ना कर दें वरना आपको व्रत का फल नहीं मिलता है।
2.करें सात्विक भोजन-
छठी मैया का व्रत रखते समय आपको सात्विक भोजन ही करना चाहिये, पूजा के दौरान आपको लहसुन-प्याज के सेवन से बचना चाहिये और अपने घर में भी इस्तेमाल होने से रोकना चाहिये।
3.तांबे या पीतल का हो अर्ध्य देने का बर्तन-
छठी पूजन के समय सूर्य देव को अर्ध्य देना सबसे जरूरी होता है, इस दौरान आपको तांबे या फिर पीतल के बर्तन का प्रयोग करना चाहिये, सूर्य देव को अर्ध्य देते समय हमें भूलकर भी चांदी, स्टेनलेस स्टील, ग्लास या प्लास्टिक के बर्तन का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिये।
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5.ना बोले अपशब्द-
व्रत रखने वाली महिलाओं को व्रत के दौरान अपनी भाषा पर ध्यान देना चाहिये और भूलकर भी किसी को अपशब्द या अभद्र भाषा नहीं बोलना चाहिए इससे आपके व्रत पर विपरीत असर पड़ता है।
6.मांसाहार का सेवन ना करें-
छठी मैया के त्योहार में आपके घर में भूलकर भी मांस मदिरा नहीं आनी चाहिये और ना ही घर का कोई भी सदस्य को इसका सेवन करना चाहिये क्योंकि मांसाहार घर पर लाने से छठी मैया आप पर नाराज हो जाती हैं और आपके व्रत का कोई भी मतलब नहीं निकलता है।
7.मिट्टी के चूल्हे पर बनायें प्रसाद-
छठी मैया का प्रसाद आपको मिट्टी के चूल्हे पर ही बनाना चाहिये, आपके घर में जहां पर रोजाना भोजन बनता है वहाँ पर छठी मैया का प्रसाद बिलकूल भी नहीं बनाना चाहिये।
8.बिस्तर पर ना सोये-
जो महिलायें छठी मैया के व्रत का अनुष्ठान करती हैं उनको इस दौरान बिस्तर पर सोने से बचना चाहिये बल्कि व्रत रखने वाली महिलाओं को जमीन पर चादर बिछाकर सोना चाहिये।
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