कंजूस आदमी पंडित जी को कम पैसे देते हुए।
कोई ऐसा उपाय बताइए कि पैसा ही पैसा हो जाए।
पंडित जी- चिंता मत करो बालक एक ऐसा मंत्र बताऊंगा जितनी बार बोलोगे उतनी बार धन की प्राप्ति होगी।
रोज किसी चौक-चौराहे पर जाओ और बोलो ''भगवान के नाम पर दे दे रे बाबा'।
संता बंता एक ढाबे पे खाना खाने गए।
वहां एक नेपाली खाना बना रहा था।
संता- तुम अमेरिकन हो क्या?
नेपाली- नहीं मैं नेपाली हूं।
संता- नहीं तुम अमेरिकन हो।
नेपाली- नहीं मैं नेपाली हूं।
संता- नहीं तुम अमेरिकन हो।
नेपाली- अच्छा बाबा, अमेरिकन हूं।
संता- पर लगाते तो नेपाली हो..।
चिंटू की भाभी काजू खा रही थीं।
चिंटू प्यार से बोला- भाभी जी, जरा मुझे भी टेस्ट करा दो।
भाभी ने एक काजू चिंटू हाथ में रख दिया और बाकि खुद खाने लगीं।
चिंटू- बस एक ही काजू?
भाभी ने गुस्से में कहा- हां, बाकि सबका स्वाद भी ऐसा ही है।
प्रेमी- बेवफा तूने दिल जला दिया, मेरा दिल जलाकर राख कर दिया।
प्रेमिका- तेरी कुर्बानी बेकार नहीं जाएगी।
भेज दे राख, बर्तन मांजने के काम आएगी।
बैंक मैनेजर- ये कैसे हस्ताक्षर हैं?
टोलू - यह हस्ताक्षर मेरी दादी के हैं।
बैंक मैनेजर- ऐसा अजीब हस्ताक्षर? नाम क्या है उनका?
टोलू- जलेबी बाई।
संता बस में खड़ा था..
ब्रेक लगी तो एक लड़की पे जा गिरा।
लड़की- बत्तमीज क्या कर रहे हो।
संता- मैं तो इंजीनियरिंग कर रहा हूं। और आप?
संता – अपने बेटे का एडमिशन करवाने स्कूल गया।
तब उसके बेटे से पूछा गया –
“what is your mother tongue??”
इसपे संता के बेटे ने उससे पूछा तो
संता ने जवाब दिया – बोल दे “very long”
पति दारू पीकर रात को घर देरी से पहुंचा,
तो पत्नी हाथ में झाड़ू लेकर सामने खड़ी थी।
पति- कितना काम करेगी तू? ला ये झाड़ू मुझे दे दे,
रात के दो बजे हैं, सोना नहीं है क्या?
कुछ तो अपना ख्याल कर पगली।
ये सुनकर बेचारी पत्नी की आंखों में आंसू
आ गए और पति चालाकी से बच गया।
संता बंता के घर गया…
और बंता की बीवी को देख कर बोला…
संता- बंता तेरी और भाभी की जोड़ी बिल्कुल राम-सीता की जोड़ी है।
बंता- “कहा यार..
ना तो ये धरती में समाती है और न ही इसे कोई ‘रावण’ उठा कर ले जाता है!!
संता- इस मिरर (आईना) की गैरेंटी क्या है?
बंता- आप इसे 100 मंजिल से नीचे गिराओ, तो ये 99 मंजिल तक भी नहीं टूटेगी
संता- वाह!! मस्त है, एक पैक कर दो…!!
पत्नी- शादी से पहले तुम मुझे होटल,
सिनेमा, और न जाने कहां- कहां घुमाते थे
शादी हुई तो घर के बाहर भी नहीं ले जाते...
पति- क्या तुमने कभी किसी को।
चुनाव के बाद प्रचार करते देखा है।
मेंढक और बंता की बहस छिड़ी।
मेंढक- तुम में दिमाग नहीं है।
बंता- है..।
मेंढक- नही है..।
बंता- है…
इतने में मेंढक पानी में कूद गया।
बंता- ले अब इसमें सुसाइड करने वाली क्या बात थी!!
बंता ने हजामत की दुकान खोली,
एक दिन संता शेविंग कराने वहां गया।
बंता- मूछें रखनी है।
संता- हां
बंता (मूछें काट कर) – ले अब जहां रखनी है वहां रख ले।
गप्पू का पांव केले के छिलके पर पड़ा और वो फिसल कर गिर गया।
गप्पू उठा और फिर आगे चला, तो दूसरे छिलके में पांव पड़ा और फिर फिसल कर गिर गया।
गप्पू फिर उठा और थोड़ा आगे और चला, तो उसे तीसरा छिलका दिख गया।
गप्पू रोते- रोते बोला - धत तेरे की, अब फिर से फिसलना पड़ेगा।