Tu Hi Bata Ai Dil Ki Tujhe Samjhaun Kaise,
Jise Chahta Hai Tu Use Nazdeek Laun Kaise,
तू ही बता ए दिल कि तुझे समझाऊं कैसे,
जिसे चाहता है तू उसे नज़दीक लाऊँ कैसे,
जग्गी वासुदेव जी के जीवन का उद्देश्य लोगों को अपनी आध्यमिकता प्रकट करना है। जग्गी वासुदेव जी का जन्म 3सितंबर 1957 को भारत के कर्नाटक राज्य के मैसूर शहर में हुआ था इनके पिता जी का नाम वासुदेव था।
जैसा सोचोगे वैसा मिलेगा छोटा सोचोगे तो छोटा मिलेगा इसलिए जीवन मे बड़ा सोचना चाहिए, सपने बड़े देखने चाहिए, छोटा सोचने मे भी उतनी ही मेहनत लगेगी इसलिए जब सोचना चाहिए तो हमेशा बड़ा सोचना चाहिए|