कब वो ज़ाहिर होगा और हैरान कर देगा मुझे,
जितनी भी मुश्किल में हूँ आसान कर देगा मुझे,
रूबरू करके कभी अपने महकते सुर्ख होंठ,
एक दो पल के लिए गुलदान कर देगा मुझे।
मुझको फिर वही सुहाना नजारा मिल गया,
इन आँखों को दीदार तुम्हारा मिल गया,
Mujhko Phir Wahi Suhana Najara Mil Gaya,
Inn Aankhon Ko Deedar Tumhara Mil Gaya,
Tum Yahan Dharti Par Lakeeren Kheenchte Ho,
Ham Vahaan Apne Liye Naye Aasman Dhoondhte Hain,
तुम यहाँ धरती पर लकीरें खींचते हो,
हम वहाँ अपने लिये नये आसमान ढूंढते हैं,
Is Dil Ko Agar Tera Ehsaas Nahi Hota,
Tu Door Bhi Reh Kar Ke Yun Paas Nahi Hota,
इस दिल को अगर तेरा एहसास नहीं होता,
तू दूर भी रह कर के यूँ पास नहीं होता,