वो आज खूने-दिल से मेंहदी लगाये बैठे हैं,
सारे किस्से मेरे दिल से लगाये बैठे हैं,
ख़ामोशी में भी एक शोर है उनकी,
सुर्ख जोड़े में खुद को बेवा बनाये बैठे हैं।
गरुड़ को देखकर कौवा भी सोचने लगा और कहने लगा अगर गरुड़ ऐसा काम कर सकता है तो मुझको भी एक बार इसे जरूर करना चाहिये फिर क्या गरुड़ की नकल करने के लिए कौव ने तेजी से उड़ान भरी और जितनी ऊपर तक आसमान में जा सकता था उतना ऊपर उड़ता चला गया।
Kaun Kahta Hai Hum Uske Bina Mar Jayenge,
Hum Toh Dariya Hain Samandar Mein Utar Jayenge,
कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे,
हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे,