सत्ता के शिखर तक पहुँचने वाले वो नेता जो सालों तक जेलों मे रहे हैं कैद

सत्ता के शिखर तक पहुँचने वाले वो नेता जो सालों तक जेलों मे रहे हैं कैद

सत्ता के शिखर तक पहुँचने वाले वो नेता जो सालों तक जेलों मे रहे हैं कैद-
दुनिया में कई सारे नेता हुए हैं जो जमीन से उठकर शिखर तक का सफर तय किया है, जिन्होंने देश के लिए सालों तक आंदोलन करते रहे हैं। चाहे बात हो अब्राहम लिंकन की या मंडेला की इन सारे नेताओ ने देश की आजादी के अपने आपको समर्पित कर दिया था। आज हम बात करने वाले हैं उन नेताओ के बारे में जिहोने कई सारे जेल की कोठरी में गुजारे हैं और देश के सबसे बड़े नेता तक बन गए थे, तो चलिये जानते हैं उन नेताओ के बारे में जिन्होंने अपने जीवन के कई सारे जेल मे गुजारे हैं तो बिना किसी देरी के शुरू करते हैं। 

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नेशन मंडेला-
भारत रत्न प्राप्त नेशन मंडेला साउथ अफ्रीका के एक बड़े नेता थे। मंडेला ने अश्वेत लोगों के लिए अफ्रीका में अंग्रेजों के खिलाफ कठोर संघर्ष किया था। मंडेला ने कहा था कि धरती पर आजादी पाने का लक्ष्य किये हुए उत्पीड़ित लोगों को दुनिया की कोई भी शक्ति नहीं रोक सकती है।  मंडेला को सजा के दौरान रॉबिन द्वीप पर भेज दिया गया था जेल में मंडेला ने 27 साल से अधिक सजा काटी थी। जिसके कारण वो रंगभेद में विरोध में सबसे बड़े नेता बन गए थे, जिसके कारण मंडेला दक्षिण अफ्रीका ने राष्ट्रपति के तौर पर 4 साल व्यतीत किये। मंडेला को अफ्रीका के साथ-साथ दुनिया का बड़ा नेता माना जाता है। 

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जवाहर लाल नेहरू-
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का जीवन भी देश के लिए लड़ाई लड़ते बीता था। इलाहाबाद में जन्मे जवाहर लाल नेहरू कॉंग्रेस पार्टी के सबसे बड़े नेता थे, जवाहर लाल ने करीब 10 तक सालों तक जेल के अंदर रहे लेकीन नेहरू ने अंग्रेजों के खिलाफ कभी हार नहीं मानी और देश से अंग्रेजों को बाहर करके की दम लिया है। नेहरू जी का जन्म दिवस 14 नवंबर के दिन मनाया जाता है जिसे हम लोग बाल दिवस के रूप मानते हैं। 

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आंग सान सू  की-
नोबल पुरस्कार प्राप्त कर चुकी आंग सान सू  की को आज म्यांमार के साथ-साथ पूरी दुनिया जानती है। आंग सान सू  की को सैनिक सरकार का शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने के कारण उन्हे नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया। आंग सान सू  की को बार-बार जेल में नजरबंद तक किया गया लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और देश के लिए लड़ाई लड़ती रही, साल 2005 के चुनाव में बड़ी जीत हासिल करके सत्ता पर काबिज हो गई। 

 

मिशेल बाचेलेत-
चिली देश की प्रथम महिला राष्ट्रपति मिशेल की पिता जी सत्ता सेना द्वारा छीनने के बाद उनके पिता को जेल में डाल दिया गया था, जिनकी मौत जेल मे हो गई, इसके बार मिशेल बाचेलेत को भी गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हे जेल के अंदर खूब प्रताड़ित किया गया लेकीन मिशेल ने  हार नहीं मानी और साल 2006 में राष्ट्रपति के चुनाव में जीतकर देश की प्रथम राष्ट्रपति बनकर आयी।