Chanakya niti in hindi: चाणक्य के अनुसार किसी को भी ना बताये इस तरह के बातें, वरना होगा नुकसान-
दोस्तों आचार्य चाणक्य को हम सभी लोग जानते हैं, चाणक्य को हमलोग विष्णुगुप्त कौटिल्य आदि के नाम से जानते हैं। चाणक्य ने चन्द्रगुप्त के दरबार में रहते हुए अपने अपमान का बदला लेने के लिए उस समय के प्रतापी राजा घनानन्द का समूल नाश कर दिया था। आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में कई सारी बातें लिखी हैं जो आज भी सही होती है, जो व्यक्ति चाणक्य नीति के अनुसार चलता है उसे जीवन में कभी भी दुख नहीं होता है और ना ही उसको किसी से धोखा मिलता है।
चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में कई ऐसी बातें बताई हैं जिनका जिक्र हमें कभी भी दूसरों के साथ नहीं करना चाहिये यदि आप इन बातों को किसी के साथ साझा करते हैं तो आपको इससे कई सारे नुकसान हो सकते हैं और आपको अपमानित भी होना पड़ सकता है तो चलिए जानते हैं कौन सी वो बैट जिनको किसी केसाथ शेयर नहीं करना चाहिये।
1.अपनी कार्य संबंध योजना-
चाणक्य नीति के अनुसार अपनी किसी भी कार्ययोजना से जुड़ी हुई जरूरी बातों को किसी के साथ साझा नहीं करना चाहिये यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको इससे नुकसान हो सकता है क्योंकि यदि आप अपनी कार्य योजना को किसी के साथ साझा कर देते हैं तो इससे आपकी सफलता के चांस कम हो जाते हैं और हो सकता है आप उस काम में सफलता प्राप्त कर सकें, इसलिए बेहतर होगा कि अपनी कार्ययोजना के बारे में किसी के बारे में बात नहीं करनी चाहिये।
2.परिवार की गुप्त बातें-
चाणक्य कहते हैं यदि आपके परिवार किसी बात को लेकर विवाद होता है तो इसे बाहर के लोगों के साथ साझा नहीं करना चाहिये क्योंकि इससे आपको अपमान सहना पड़ सकता है और आपके रिश्तों में कड़वाहट भी आ सकती है और दूसरे लोग आपकी कमजोरी का फायदा भी उठा सकते हैं, इसलिए कभी भी अपने परिवार की गुप्त बातों को किसी के साथ साझा नहीं करना चाहिये।
3.पति और पत्नी के बीच की बातें-
आचार्य चाणक्य के अनुसार हमें कभी भी पति और पत्नी की बीच हुई वार्तालाप को किसी के साथ साझा नहीं करना चाहिये और इन बातों को पति और पत्नी को अपने बीच में ही सीमित रखना चाहिये। यदि आपका अपने जीवनसाथी के साथ झगड़ा हो जाता है तो इसे किसी तीसर व्यक्ति से शेयर नहीं करना चाहिये क्योंकि ऐसा करने आपके मान सम्मान में कमी होने लगती है और हो सकता है आगे चलकर आपको अपमान भी सहना पड़ सकता है, इसलिए हमें कोशिश करनी चाहिये कि पति और पत्नी की बीच की बातों को किसी के साथ साझा नहीं करना चाहिये।
4.कहीं पर हुआ अपमान-
आचार्य चाणक्य कहते हैं यदि आपका किसी स्थान पर अपमान हुआ है तो उसे किसी के साथ भूलकर भी शेयर करना चाहिये यदि आप ऐसा करते हैं तो सामने वाला व्यक्ति बाहर से आपके साथ खड़ा होता है लेकिन अंदर ही अंदर उसे प्रसन्नता भी होती है जिसे आप समझ नहीं पाते हैं इसलिए बेहतर होता है कि यदि आप किसी जगह अपमानित किए गए हैं तो इसका जिक्र किसी के साथ नहीं करना चाहिये।