दुनिया की सबसे लंबी हाइवे सुरंग अटल टनल-
भारत दुनिया के दूसरी सबसे अधिक आबादी वाला देश है और भारत दुनिया में सातवाँ सबसे अधिक क्षेत्रफल वाला देश है,भारत अपने विकास की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है धीरे-धीरे भारत शिक्षा के क्षेत्र में और तकनीकी ने क्षेत्र में काफी सफलता प्राप्त कर ली है। भारत में दुनिया के सबसे ऊंची मूर्ति
स्टैचू ऑफ लिबर्टी मौजूद है इसके अलावा दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम सरदार पटेल स्टेडियम मोटेरा अहमदाबाद भारत में स्थित है। लेकीन भारत के नाम एक और कीर्तिमान हो गया है अब भारत में दुनिया के सबसे लंबी हाइवे टनल बनकर तैयार हो गई है जिसका उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी द्वारा 3 अक्टूबर 2020 को कर दिया गया है इस सुरंग का निर्माण हिमालय की चोटियों को काटकर किया गया है इस सुरंग के बनने का काम 28 जून 2010 से शुरू हुआ था जो 3 अक्टूबर 2020 में उद्घाटन के साथ खत्म हो गया है यह सुरंग अब आम लोगों के लिए खोल दी गई है।
दुनिया के सबसे लंबी हाइवे सुरंग के निर्माण में करीब दस वर्षों से अधिक का समय लगा है इस सुरंग का नाम भारत के पूर्व प्रधान मंत्री भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेई के नाम पर रखा गया है। तत्कालीन भारत सरकार ने साल 2019 में यह निर्णय लिया कि इस सुरंग का नाम भारत के पूर्व प्रधान मंत्री
अटल बिहारी के नाम पर रखा जायेगा। अटल टनल के निर्माण में करीब 3200 करोड़ का खर्च आया है इस सुरंग का निर्माण 2010 में कांग्रेस सरकार के समय में किया गया था लेकीन काम धीमें होने के कारण अब तक इसका निर्माण पूर्ण नहीं हो सका था, जब 2014 में बीजेपी के सरकार आई इस टनल के निर्माण में तेजी देखने को मिली और इस टनल का निर्माण पूरा हो सका।
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कब रखी गई थी इस सुरंग की आधारशिला ?-
दुनिया की सबसे लंबी हाइवे सुरंग अटल सुरंग की आधारशिला भारत के पूर्व प्रधानमंत्री माननीय अटल बिहारी बाजपेयी ने साल 2002 में रखी थी लेकीन साल 2004 के चुनाव में अटल जी पार्टी को पराजय का सामना करना और सत्ता में कांग्रेस की पार्टी काबिज हो गई, कांग्रेस सरकार ने इस काम ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई और इस सुरंग के निर्माण को धीमा कर दिया लेकीन 10 साल के बाद बीजेपी पुनः सता में आई तो इस सुरंग के निर्माण में तेजी देखने को मिली और 6 वर्ष के बात इस टनल का निर्माण पूर्ण हो सका यदि कांग्रेस की सरकार इस काम में ध्यान देती है तो आज 18 वर्ष के बाद इस टनल का निर्माण ना होता इस टनल का निर्माण बहुत पहले हो जाता लेकीन देर से ही सही काम तो पूरा हो गया।
क्या है अटल टनल की लंबाई ?-
दुनिया के सबसे लंबी हाइवे सुरंग अटल टनल की लंबाई की बात करें तो इस टनल की कुल लंबाई 9 किलोमीटर है जब इस सुरंग का निर्माण कार्य शुरू हुआ था उस समय इस लंबाई को 8.8 किलोमीटर रखने का निर्णय लिया गया था लेकीन जब यह सुरंग पूर्ण रूप से बनकर तैयार हुई और इसकी
लंबाई की माप की गई तो इस सुरंग की कुल लंबाई 9 किलोमीटर हो गई इस तरह यह दुनिया की सबसे अधिक लंबी हाइवे सुरंग है।
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किया स्थान पर इसे बनाया गया है ?-
दुनिया की सबसे लंबी अटल टनल भारत के हिमांचल राज्य में स्थित है इस टनल का दक्षिणीछोर हिमांचल के मनाली से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और इस सिरे की समुद्र तल से ऊंचाई 3065 मीटर है वहीं अगर इस टनल के उत्तरी छोर की बात करे तो यह छोर लाहौल घाटी से जुड़ा हुआ है
और इस छोर की समुद्र तल से ऊंचाई 3071 मीटर है। इस टनल के निर्माण में आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल किया गया है जो इसको सुविधाजनक होने के साथ सुरक्षित भी बनाती है।
कितनी सुरक्षित है यह सुरंग ?-
दुनिया के सबसे लंबी हाइवे टनल अटल टनल में सुरक्षा को लेकर खासे इंतजाम किये गए हैं इस टनल के निर्माण में सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा गया है। अटल टनल में दोनों ओर एंटीबैरियर का निर्माण किया गया है यदि को आपातकालीन स्थित पैदा होती है हर 150 मीटर में मदद के लिए खास इंतजाम किये गए हैं इस टनल को सीसीटीवी कैमरों के लैस किया गया है जिसके द्वारा चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाती है इसके अतिरिक्त टनल में आग से बचने के लिए खास प्रकार के इंतजाम किये गए हैं तो इस तरह इसे सुरक्षा के लिहाज से बेहद सुरक्षित बनाया गया है।
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अटल टनल की कुछ विशेष खूबियाँ-
हिमांचल में करीब 6 महीने बर्फबारी होती थी जिसके परिणाम स्वरूप हिमांचल और जम्मू कश्मीर को जोड़ने वाला हाइवे 6 महीने बंद रहता था लेकीन इस टनल के निर्माणसे अब साल भर लोग आराम से आ जा सकेंगे।
अटल टनल की एक और विशेषता यह है इसके निर्माण से मनाली और लेह के बीच की दूरी 46 किलोमीटर कम हो गई है पहाड़ी इलाकों में 46 किलोमीटर बहुत मायने रखते हैं इस तरह यात्रा के समय को इस टनल ने 3 से चार घंटे कम कर दिया है।
अटल सुरंग का निर्माण घोड़े की नाल के आकार में किया गया है इस टनल के अंदर 8 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण किया गया है यानि इस टनल के अंदर से दोनों ओर से वाहनों के आवागमन में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने वाली है।
अटल सुरंग की एक और खास बात यह है इस टनल से रोजाना 3000 छोटे वाहन और 150 बड़े वाहन का आवागमन आसानी से हो सकता है इस टनल के अंदर कोई भी वाहन 80 किलोमीटर की रफ्तार से गुजर सकता है और रोजाना 5000 वाहनों का आवागमन सुगमता से किया जा सकता है।