प्रमुख वाद्य यंत्रों के नाम-
1.माउथ ऑर्गन या हॉर्मोनिका (Mouth Organ)–
इस वाद्य यंत्र को मुंह के द्वारा बजाया जाता है। इससे मधुर धुने निकलती है।
2.मंजीरा (Cymbal)–
मंजीरा दोनों हाथों से बजाय जाता है। इसका इस्तेमाल भजन में होता है।
3.ड्रम (Drum)–
यह तालवाद्य का एक भाग है। इसे हाथों से या स्टिक के द्वारा बजाया जाता है।
4.डमरू (Damru)–
डमरू की तान पर मदारी बन्दर को नचाता है। हाथ से बजाया जाने वाला यह वाद्य यंत्र है।
5.डफली (Tambourine)–
डफली एक साथ से पकड़कर दूसरे हाथ से बजायी जाती है। डफली से मधुर संगीत की आवाज आती है।
6.ढोलक (Tom tom)–
ढोलक संगीत में इस्तेमाल होने वाला अहम यंत्र है। इसका उपयोग म्यूजिक में करना आम बात है। इसका इस्तेमाल शास्त्रीय संगीत, गजल और कव्वाली में किया जाता है।
7.तबला (Tabor)–
क्लासिकल म्यूजिक में तबला आमतौर पर बजाया जाता है। एक साथ दो तबला संगीत में इस्तेमाल किये जाते है। कव्वाली का संगीत बिना तबलों के अधूरा है। मशहूर उस्ताद जाकिर खान तबला वादक के रूप में प्रसिद्ध है।
8.सरोद (Sarod)–
यह एक भारतीय वाद्य यंत्र है। इससे निकली मीठी धुन मन मोह लेती है। गिटार की तरह का यह यंत्र तार से बजाया जाता है।
9.गिटार (Guitar)–
गिटार पाश्चात्य म्यूजिक में इस्तेमाल होने वाला महत्वपूर्ण वाद्य यंत्र है। फिल्मों में हीरो ज्यादातर इसी वाद्य यंत्र को बजाते हुए नजर आते है। इसका आविष्कार सितार से हुआ है। इसमें कुल 6 तार होते है।
10.सारंगी या वायलिन (Violin)–
सारंगी से कई प्रकार की धुनें निकाली जा सकती है। वेस्टर्न म्यूजिक में भी सारंगी इस्तेमाल की जाती है।
11.पियानो (Piano)–
पियानो का उपयोग धुन बनाने में किया जाता है। पियानो की सुरीली धुन बजाना आसान नही है।
12.हारमोनियम (Harmonium)–
हारमोनियम एक भारतीय बाजा है। पियानो की तरह ही इसमें धुने निकलती है।
13.बांसुरी (Flute)–
बांसुरी वादन एक मनमोहक सुरीला वादन होता है। प्राचीन काल से ही बांसुरी मुख्य संगीत यंत्रों में आती है। मुरली मनोहर भगवान श्रीकृष्ण भी बांसुरी वादन करते थे। बांसुरी को मुरली भी कहते है।
14.शहनाई (Clarinet)–
शादी में बजने वाले वाद्य यंत्रों में शहनाई प्रमुख है। उस्ताद बिस्मिल्लाह खान शहनाई वादन के लिए जाने जाते है।
15.सितार (Sitar)–
इस इंस्ट्रूमेंट का प्रयोग शास्त्रीय संगीत में अधिकतर किया जाता है। सितार में 1 से 5 तार होते है।
16.वीणा (Harp)–
यह भी शास्त्रीय संगीत में उपयोग होता है। वीणा प्राचीन समय से वाद्य यंत्र के रूप में इस्तेमाल हो रहा है। देवी सरस्वती और नारद मुनि के हाथों में वीणा वाद्य यंत्र को आप देख सकते है।
17.शंख (Conch)–
युद्ध का शंखनाद करने में इस यंत्र का उपयोग किया जाता था। शंख से निकली ध्वनि दूर तक जाती है।
18.बैंजो (Banjo)–
बैंजो में 4, 5 या 6 तार होते है। यह एक गिटार की तरह का होता है।