सेहत के लिए कुछ जरूरी टिप्स
रात का खाना हमेशा कम ही खाना चाहिये, आप जितना कम खाना रात को खाते हैं आपको उतनी ही जल्दी नींद आती है ,और देर रात में कुछ भी नहीं खाना चाहिये।
रात का खाना हमेशा कम ही खाना चाहिये, आप जितना कम खाना रात को खाते हैं आपको उतनी ही जल्दी नींद आती है ,और देर रात में कुछ भी नहीं खाना चाहिये।
आंवला का प्रयोग करने से आपको कोल्ड कफ और शरीर में वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण नहीं होता है। आंवले में ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो कैंसर सेल्स से बचाने का काम करते हैं।
आज हम आपको लीवर खराब होने के कुछ लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं यदि आपको इनमे से कोई भी लक्षण दिखाई पड़ते हैं तो आप जल्द से जल्द इसका इलाज शुरू कर दे तो चलिए लीवर खराब होने के लक्षणों के बारे में जानते हैं।
यदि आपके अंदर भी इनमे मे से कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो आपको भी खून की कमी हो सकती है, इन लक्षणों को जानकर आप जितनी जल्दी हो सके इलाज शुरू कर दे तो चलिए खून की कमी के लक्षणों को जानते हैं।
शरीर को सही ढंग से काम करने के लिए पानी की जरूरत सबसे अधिक होती है यदि आप पानी भरपूर मात्रा में पीते हैं इससे आपके शरीर के सारे अंग अच्छे तरीके से काम करते हैं और आप सारा दिन ताजगी महसूस करते हैं।
खड़े होकर पानी पीने के फायदे तो बहुत कम है लेकिन इसके नुकसान बहुत होते हैं
दूध एक ऐसी चीज है जिसको सारे लोग पीते हैं इसके पीछे का मुख्य कारण है इसमे पौष्टिक आहार होते हैं दूध से बनने वाली कई प्रकार की चीजें इसके महत्व को और बढा देती हैं। लेकिन दूध की मांग बहुत तेजी से बढ़ रही है इसलिए कुछ लोग दूध में मिलावट करना शुरू कर दिया है। पहले दूध में मिलावट के रूप में पानी मिलाया जाता था लेकिन आजकल दूध में यूरिया, जैसे हानिकारक केमिकल मिलाये जाने लगे हैं।
बादाम में भूख को मिटाने की क्षमता होती है। बादाम में मग्निशियम, प्रोटीन व आयरन पाया जाता है, एक रिसर्च के अनुसार ये पाया गया है जो लोग नियमित बादाम खाते हैं उनकी आयु बादाम ना खाने वाले लोगों की तुलना में 20% अधिक होती है।
सेब को खाने के बहुत सारे फायदे होते हैं सेब बहुत सारे पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है जो हमें कई प्रकार की बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। सेब का नियमित रूप सेवन करने से ह्रदय रोग, कैंसर, डैबिटीज जैसी बीमारियों से हम बचे रहते हैं सेब एक ऐसा फल होता है जो पूरे साल आपको किसी भी बजार में आसानी से मिल जाएगा।
हम सभी के जीवन में उतार चढ़ाव तो लगे रहते है हमे अपनी जिंदगी को सही तरह से से ढालने की जरूरत होती है। कभी-कभी तो हमारे आस-पास में हलचल और शोर इतना अधिक होता है कि दिमाग को संतुलित रख पाना बहुत कठिन हो जाता है। ऐसे में दिमाग को संतुलित रखना बहुत जरूरी हो जाता है।
हमारे प्राचीन ग्रंथों में लिखा हुआ मिलता है कि हमारे प्राचीन ऋषि और मुनि बहुत लंबे समय तक जवान रहते थे और स्वस्थ जीवन जीते थे। उनके लंबे जीवन जीने के पीछे बहुत से कारण होते थे उनमें से एक कारण खान-पान भी होता था।
योग को आम जनता के पहुंचाने का श्रेय किसी को अगर जाता है वो हैं स्वामी रामदेव जी, स्वामी जी सरल प्राणायाम और योगासन के माध्यम से आम जनता के बीच योग को काफी मशहूर बना दिया है। रामदेव जी समय-समय योग शिविरों का आयोजन करके और अन्य माध्यमों से सरल योगासन और प्राणायाम से करोड़ों लोगों को फायदा पहुंचाया है।
भोजन हमेशा पूर्व और उत्तर की दिशा की ओर मुख करके करना चाहिए ऐसा करने से हमारे शरीर को अधिक ऊर्जा प्राप्त होती है, दक्षिण की दिशा में भोजन करना अशुभ माना जाता है पश्चिम दिशा की ओर मुख करके भोजन करने से रोगों में बढ़ोत्तरी होती है इसलिए भोजन को पूर्व और उत्तर की दिशा में मुख करके करना चाहिये।
आयुर्वेद में कहा गया है ये जो हमारा शरीर है वो पाँच तत्वों से मिलकर बना हुआ है जिन्हे हम ऊर्जा भी कहते हैं और ये सारे तत्व हमारे हाथ और पैर मे मौजूद हैं, आपका अंगूठा अग्नि का प्रतीक है, तर्जनी अंगुली हवा की प्रतीक है, मध्यमा अंगुली आकाश की प्रतीक है, अनामिका अंगुली पृथ्वी की प्रतीक है।
गुड़ के पानी को बनाने के लिए आप सबसे पहले एक बर्तन मे दो कप पानी को डाल दें और इसमें एक चम्मच गुड़ को डाल दें और एक चम्मच जीरे को मिलाकर इसे अच्छी तरह से उबाल ले और बाद मे किसी बर्तन मे सुरक्षित रख ले और इस पानी को रोज सुबह शाम खाना खाने से पहले इसका सेवन करे।
हर रोज एक गिलास करेले का जूस पिया जाए तो ये हमारे स्वास्थ्य के बहुत ही लाभकारी होता है करेला एक प्रकार से आयुर्वेदिक दवा की तरह काम करता है|
चावल को अधिक मात्र में खाने से हमें कई प्रकार की बीमारियाँ हो सकती है, एक कटोरी चावल मे 10 चम्मच के बराबर कलोरी होती हैं इसी कारण से ज्यादा चावल को खाने से शुगर की बीमारी होने का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है
लौंग के प्रकार का मसाला ना होकर ये दवा के रूप में जानी जाती है। लौंग ने ना केवल भारतीय खाने में अपने लिए एक ख़ास जगह बनाई है अपितु यह धार्मिक पूजा एवं अनुष्ठान में भी एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है|
हमारा दिमाग बहुत सारी रचनाओं से जुड़कर बना हुआ होता है। हमारा दिमाग एक रहस्यमयी चीज है जिसको वैज्ञानिक समझने के लिए खोज करते रहते हैं
कुछ समय पहले तक जहां बढ़ती उम्र में जोड़ों और घुटने के दर्द की समस्या उत्पन्न होती थी, वहीं वर्तमान में, युवा वर्ग के लोग भी इस तरह के दर्द की शिकायत करते हैं। जोड़ों का दर्द शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। यह दर्द घुटनों, कोहनियों, गर्दन, बाजूओं और कूल्हों पर हो सकता है। लंबे समय तक किसी एक जगह पर ही बैठे रहने, सफर करने से घुटनें अकड़ जाते हैं और दर्द करने लगते हैं। इसी को जोड़ों का दर्द कहते हैं।