Basant Panchami 2022: बसंत पंचमी के दिन मांगलिक कार्यों को करना होता है शुभ, विवाह आदि के लिए होता है शुभ मुहूर्त-
दोस्तों बसंत पंचमी का त्योहार हमारे हिन्दू धर्म में बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है, इस दिन माता सरस्वती की पूजा करने से हमें विद्या रूपी आशीर्वाद मिलता है। उत्तर भारत के साथ-साथ देश के सभी हिस्सों में इस दिन माता सरस्वती जी की पूजा की जाती है, बसंत पंचमी का त्योहार माघ महीने के पाँचवे दिन यानि पंचमी तिथि को मनाया जाता है।
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बसंत पंचमी पूजा समय :
पंचमी तिथि शुरू : 03:45 - 5 फरवरी 2022
पंचमी तिथि ख़त्म : 03:45 - 6 फरवरी 2022
सिद्ध योग: 5 फरवरी, शनिवार: प्रातः 07:11 से सायं 05:41 तक
साध्य योग: 6 फरवरी, सायं 4:53 तक
बसंत पंचमी के त्योहार को देश के सभी छोटे बड़े स्कूलों, कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पारंपरिक तरीके से मनाया जाता है, स्कूल के सभी छात्र और शिक्षकगण माता सरस्वती जी का हवन करते हैं और आरती हैं फिर इसके बाद माता जी का आशीर्वाद लेते हैं। इसदिन माता सरस्वती जी के सामने विद्या रूपी धन मांगते हैं क्योंकि विद्या वो धन जिसको आपके कोई छीन नहीं सकता है और इससे आपको दुनिया के हर ऊंचाई को प्राप्त कर सकते हैं। बसंत पंचमी के बाद से मौसम में परिवर्तन आने लगता है और मौसम बहुत सुहावना हो जाता है जिसके कारण खेतों में खड़ी फसले और भी सुंदर दिखाई देने लगती हैं।
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बसंत पंचमी के दिन विवाह का होता है उत्तम योग-
दोस्तों बसंत पंचमी के दिन मांगलिक कार्यों जैसे विवाह, मुंडन संस्कार, गृह प्रवेश, अन्नप्राशन संस्कार जैसे शुभ कार्यों को करने के लिए सबसे उपयुक्त समय माना जाता है, साल 2022 में बसंत पंचमी पर दो शुभ योग बन रहे हैं। बसंत पंचमी के दिन दोषरहित परम श्रेष्ठ के साथ रवि
योग लगने जा रहा है जो शुभ कार्यों के लिए अच्छा माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार बसंत पंचमी के दिन अमृत सिद्धियोग भी होता है जिसके कारण इस दिन जो भी शुभ कार्य किए जाते हैं वो हमेशा सफल होते हैं, बसंत पंचमी के दिन विवाह का भी शुभ योग होता है इसलिए जो लोग इस दिन विवाह करते हैं उनका जीवन हमेशा खुशियों से भरा रहता है।