हिन्दू धर्म के अनुसार इसी दिन महाभारत के रचयिता कृष्ण द्वैपायन व्यास का जन्म हुआ था, वेद व्यास जी संस्कृत के महान ज्ञाता थे जिन्होंने महाभारत जैसे महाकाव्य की रचना की थी। महाभारत के अठारहवें अध्याय में में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का अनमोल उपदेश दिया था, जिसको आज भी लोग अपने जीवन में पालन करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि 18 पुराणों का रचयिता भी महर्षि वेदव्यासजी हैं, वेदों को अलग करने का श्रेय भी इनको दिया जाता है जिसके कारण ही इनको हमलोग वेद व्यास के नाम से जानते हैं, गुरु पूर्णिमा को हमलोग व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जानते हैं।