Karwa chauth 2021: इस साल कब है करवा चौथ, क्या है शुभ मुहूर्त

Karwa chauth 2021: इस साल कब है करवा चौथ, क्या है शुभ मुहूर्त

Karwa chauth 2021: इस साल कब है करवा चौथ, क्या है शुभ मुहूर्त-

दोस्तों हमारे देश में करवाचौथ के त्योहार को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, इस त्योहार को पति-पत्नि के बीच के प्रेम की निशानी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन पत्नियाँ अपनी पति की लंबी उम्र के व्रत रखती हैं और फिर रात में चाँद दिखने का इंतजार करती हैं फिर जब चाँद निकल आता है तब उसकी पूजा करके अपने पतिदेव की भी पूजा करती हैं और फिर अपने व्रत को खत्म करती हैं।

यह भी देखें-इन गावों में नहीं मनाया जाता है करवाचौथ का त्योहार

क्यो मनाया जाता है करवा चौथ का त्योहार-
देश में करवा चौथ को लेकर अलग-अलग कहानियां बताई जाती हैं लेकीन सबसे ज्यादा कहानी यह प्रचलित हैं। कहानी यह है की एक समय की बात है एक राजा था जिसका नाम सत्यवान था और उसकी पत्नी का नाम सावित्री था, राजा ने युद्ध के दौरान अपना सबकुछ खो दिया यहाँ तक उसे अपने प्राण भी गवाने पड़ गये। जब यमराज उस राजा की आत्मा को लेने आए तो उसकी पत्नी की प्रार्थना और संकल्पशक्ति ने यमराज को राजा को फिर से जीवित करने के विवश कर दिया। सावित्री का पति सत्यवान फिर से जीवित हो उठाया जिसके बाद सभी महिलायें अपने पति के लंबी आयु के लिए करवा चौथ के निर्जल व्रत को रखती हैं और रात में चाँद को देखकर व्रत पूरा करती हैं। 

 

करवा चौथ की तिथि और शुभ मुहूर्त-
दोस्तों इस वर्ष करवा चौथ के दिन विशेष संयोग बन रहा है, ज्योतिष शास्त्री के अनुसार इस वर्ष रोहिणी नक्षत्र पर चाँद निकलने वाला है और इसी समय पूजन भी किया जायेगा। इस वर्ष का करवा चौथ महिलाओं के लिए शुभ फल देने वाला है, इस बार कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 24 अक्टूबर 2021 को रविवार के दिन पड़ने वाली है, जो सुबह 3 बजकर 1 मिनट पर शुरू होगी, जो अगले दिन 25 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 43 मिनट तक रहने वाली है। इस वर्ष करवा चौथ के पूजन के लिए चाँद 8 बजकर 11 मिनट शाम को निकलेगा और शुभ मुहूर्त शाम को 06:55 से लेकर 08:51 तक रहने वाला है। 

यह भी देखें- Happy Navratri 2021 Wishes: नवरात्रि के शुभ अवसर पर अपने दोस्तों और परिजनों को दें इन संदेशों के माध्यम से शुभकामनायें

करवा चौथ की पूजन विधि-
करवा चौथ के दिन महिलायें को सुबह जल्दी उठ जाना चाहिये, और सरगी रूप में मिला हुआ भोजन करना चाहिये और जल ग्रहण करने के बाद भगवान का नाम लेकर निर्जल व्रत की शुरुआत कर देनी चाहिये। करवा चौथ का व्रत एक ऐसा व्रत होता है जिसमें महिलायें सारा दिन भोजन, पानी कुछ भी ग्रहण नहीं करती हैं, फिर शाम को चाँद के दर्शन करने के बाद पूजा करती हैं और फिर अपने व्रत को पूरा करती हैं। करवा चौथ की पूजा करने के लिए मिट्टी की एक वेदी पर सभी देवी और देवताओं की स्थापना करनी चाहिये, और फिर इसमे करवा को रख देना चाहिये, फिर एक साफ थाली में धूप, दीप, चन्दन, रोली, सिन्दूर रखें और घी का दीपक जलाना चाहिये।