रक्षा बंधन के दिन बहने अपने भाइयों की कलाइयों में राखी बांधती हैं और ईश्वर से भाई की लंबी उम्र की कामना करती है, इसके साथ भाई भी अपनी बहनों को हमेशा खुश रखने और उन्हे मुसीबतों से बचाने का वादा करते हैं, इसके अलावा बहने इस दिन भाइयों को मिठाई खिलाती हैं और भाई अपनी बहनों को रुपये या उपहार देते हैं।
गुड़ी पड़वा का पर्व हमारे हिन्दू धर्म में एक विशेष पर्व होता है यह त्योहार विशेष रूप से महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश और गोवा के साथ-साथ दूसरे दक्षिण के राज्यों में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। गुड़ी पड़वा का त्योहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन से सारे देश में नए हिन्दू वर्ष की शुरुआत के रूप में मनाया जाता है। हिन्दू धर्म के मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान ब्रह्म जी इस सृष्टि की रचना की थी। इस वर्ष गुड़ी पड़वा का त्योहार 2 अप्रैल 2022 को मनाया जायेगा।
गौतम बुद्ध को सारी दुनिया जानती हैं क्योंकि महात्मा बुद्ध ने अपने राजसी जीवन का त्याग करके सत्य की खोज में सालों तक जंगलों में भटकते रहे और कठोर तपस्या के बाद उनको बोधगया में ज्ञान की प्राप्ति हुई। गौतम बुद्ध ने अपने ज्ञान से पूरी दुनिया को मानवता का पाठ पढ़ाया जिसको आगे चलकर कई सारे राजाओ ने पालन किया और बुद्ध धर्म को अपना लिया, इस वर्ष बुद्ध पूर्णिमा का त्योहार 6 मई 2022 को मनाया जाने वाला है।
बड़ी दिवाली की तरह छोटी दिवाली का भी महत्व होता है इस बार छोटी दिवाली 24 अक्टूबर के दिन बुधवार को पड़ने वाली है, छोटी दिवाली को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण में अपनी पत्नी सत्यभामा के साथ राक्षस नरकासुर का वध किया था जिसके कारण इस दिन को नरक चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है।
हमारे देश में करवाचौथ के त्योहार को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, इस त्योहार को पति-पत्नि के बीच के प्रेम की निशानी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन पत्नियाँ अपनी पति की लंबी उम्र के व्रत रखती हैं और फिर रात में चाँद दिखने का इंतजार करती हैं फिर जब चाँद निकल आता है तब उसकी पूजा करके अपने पतिदेव की भी पूजा करती हैं और फिर अपने व्रत को खत्म करती हैं।