गुलाल और अबीर दोनों ही होली के उत्सव में प्रयुक्त होने वाले रंगों के नाम हैं वैसे तो दोनों ही पाउडर के रूप में उपलब्ध होते हैं। परन्तु, अबीर एक प्रकार का सुगंधित पाउडर होता है जो सुगंध और रंग दोनों ही देता है। अबीर लाल, हरा, नीला, पीला और गुलाबी रंगों में उपलब्ध होता है। गुलाल एक प्रकार का रंग पाउडर होता है, जो उत्सव के दौरान लोग एक दूसरे पर फेंकते हैं। गुलाल बहुत से विभिन्न रंगों में उपलब्ध होता है, जैसे लाल, पीला, हरा, नीला, गुलाबी, और अन्य रंगों में। बिहार, उत्तरप्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश के गांवों में गुलाल की तुलना में अबीर को पवित्र कार्यों में प्राथमिकता दी जाती है।
गुलाल और अबीर दोनों पाउडरों का उपयोग उत्सवों में रंगों के जादू को बढ़ाने के लिए किया जाता है। गुलाल और अबीर का उपयोग सभी उम्र के लोगों द्वारा किया जाता है, इसलिए ये होली के उत्सव में जीते जागते रंग हैं।
गुलाल और अबीर का उपयोग होली के अलावा भी कई अन्य उत्सवों और उपहारों में भी किया जाता है। अबीर को परंपरागत तौर पर साधारणतया गांवों में खेत में फैलाया जाता है जिससे पौधों की फसल की रक्षा की जाती है।
गुलाल का उपयोग होली के अलावा भी भव्य शादियों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, मंदिरों और अन्य उत्सवों में भी किया जाता है। इसके अलावा, इसे चेहरे पर लगाकर विभिन्न रंगों की मेकअप भी किया जाता है।