आरज़ू होनी चाहिये किसी को याद करने की

आरज़ू होनी चाहिये किसी को याद करने की

आरज़ू होनी चाहिये किसी को याद करने की,
लम्हें तो अपने आप ही मिल जाते हैं ..
कौन पूछता है पिंजरे में बंद पंछियों को,
याद वही आते हैं, जो उड़ जाते हैं ….!!

 

aarazoo honee chaahiye kisee ko yaad karane kee,
lamhen to apane aap hee mil jaate hain ..
kaun poochhata hai pinjare mein band panchhiyon ko,
yaad vahee aate hain, jo ud jaate hain ….!!