अपने होठो से कुछ न कह कर

अपने होठो से कुछ न कह कर

अपने होठो से कुछ न कह कर,
आँखों से सब कह जाती हो,
तुम जब भी मुझसे मिलने आती होज
मुझसे मुझ ही को चुरा जाती हो।

 

apane hotho se kuchh na kah kar,
aankhon se sab kah jaatee ho,
tum jab bhee mujhase milane aatee hoj
mujhase mujh hee ko chura jaatee ho.