आप टीवी तो जरूर देखते होंगे और टीवी में न्यूज देखना सबको पसंद होता है क्योंकि न्यूज के द्वारा हमें सारी दुनिया के खबरे घर बैठे आसानी से मिल जाती हैं। आज हम आपको अर्नव गोस्वामी के बारे में बताने जा रहें हैं|
अनर्व गोस्वामी भारत के मशहूर पत्रकारों मे से एक हैं वो इस समय रिपब्लिक टीवी मे मुख्य संपादक हैं और वें न्यूज ब्रॉडकास्टिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं। अर्णव गोस्वामी को हम लोग उनकी बेबाक इंटरव्यू और बेहतरीन पत्रकारिता के लिए जानते हैं, देश के बड़े से बड़े नेता और अभिनेता भी अर्णव गोस्वामी को अपना इंटरव्यू देने के उत्सुक रहते हैं आज हम अर्णव गोस्वामी के बारे में जानंगे तो चलिए बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
मशहूर पत्रकार अर्णव गोस्वामी का जन्म असम राज्य के गुवाहटी शहर में हुआ था, अर्णव के पिता सेना में रहकर देश की सेवा भी कर चुके हैं अर्णव गोस्वामी की माता सुप्रभात गोस्वामी एक प्रसिद्ध लेखिका हैं। अर्णव गोस्वामी अपनी स्कूल की पढ़ाई देश के अलग अलग स्कूल से पूरी की क्योंकि पिता जी के सेना में होने के कारण इन्हे देश के अलग-अलग हिस्सों मे रहना पड़ता था।
दिल्ली छावनी में स्थित सेंट मैरी स्कूल से अर्णव नें अपनी शुरुआत की पढ़ाई पूरी की और जबलपुर छावनी के केन्द्रीय विद्यालय से अपनी आगे की पढ़ाई को पूरा किया। दिल्ली विश्व विद्यालय के हिन्दू कालेज से अर्णव ने समाज शास्त्र में बीए आनर्स की डिग्री पूरी की और फिर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में एंथ्रोपॉलजी में मास्टर डिग्री की डिग्री प्राप्त किया ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में अर्णव फेलिक्स के विद्वान रह चुके हैं।अर्णव गोस्वामी ने समयव्रत रे गोस्वामी से शादी किया और इनके एक बेटा भी है।
अर्णव गोस्वामी को पत्रकारिता में बहुत रुचि थी शुरुआत में अर्णव ने कोलकाता स्थित एक अंग्रेजी अखबार द टेलीग्राफ के साथ कम किया लेकिन ज्यादा दिनों तक वहाँ नहीं रुके और फिर दिल्ली चले आए। दिल्ली आकर अर्णव को एनडीटीवी में कम करने का अवसर प्राप्त हुआ जिससे इन्होंने अपने न्यूज एंकर बनने का सफर शुरू कर दिया और कुछ समय के बाद जो शो दिल्ली मेट्रो पर प्रसारित होता था उसकी एंकरिंग अर्णव के शुरू कर दिया।
साल 2004 में न्यूज साइट एंकरिग के लिये एशियाई टेलीविजन पुरुस्कार में एशिया का सबसे बेहतरीन पत्रकार से अर्णव गोस्वामी को चुना गया और अवॉर्ड प्राप्त हुआ। 2006 में एनडीटीवी को अर्णव ने अलविदा कह दिया और फिर टाइम्स नाउ के साथ जुड़ गया और वहाँ पर मुख्य संपादक भी भूमिका में कम करते रहे और फिर इन्होंने एक कार्यक्रम को शुरू किया किया जिसका नाम फ्रेंकली स्पीकिंग विद अर्णव था, इस प्रोग्राम के दौरान अर्णव नें बड़े बड़े नेताओं के इंटरव्यू लिए जिनमे से बेनजीर भुट्टो, हामिद करजई, दलाई लामा, हिलेरी क्लिंटन, और नरेंद्र मोदी जैसे नाम शामिल थे।
2016 में टाइम्स नाउ का साथ छोड़कर रिपब्लिक टीवी के साथ जुड़ गए जिसमे आज भी अर्णव मुख्य संपादक के रूप में कार्य कर रहें हैं और अपनी कड़ी मेहनत और लगन से आज रिपब्लिक टीवी को भारत का सबसे अधिक देखे जाने वाला न्यूज चैनल बना दिया है रिपब्लिक भारत देश का हिन्दी भाषा में सबसे अधिक देखे जाने वाला न्यूज चैनल है।
2008 में अर्णव को पत्रकारिता में उत्कृष्टता के लिए रामनाथ गोयंका अवार्ड से सम्मानित किया गया। 2012 में अर्णव गोस्वामी को एडिटर इन चीफ के लिए एनडीए अवॉर्ड के पुरुसकृत किया गया। 8 दिसंबर 2019 को अर्णव को न्यूज ब्रॉडकास्टिंग फेडरेशन के अध्यक्ष पर पद चुना गया।
अर्णव गोस्वामी ने बहुत सारे न्यूज चैनलों में काम किया फिर 6 मई 2017 को रिपब्लिक टीवी की शुरुआत की जिसकी फाउंडर एशिया नेट है ,उनके इस चैनल में एशिया नेट में मुख्य रूप से राज्यसभा के तत्कालीन स्वतंत्र सदस्य जिनका नाम राजीव चंद्रशेखर था, उन्होंने चैनल निवेश किया, अर्णव गोस्वामी द्वारा शुरू किया गया चैनल रिपब्लिक टीवी बहुत से विवादों से घिरा रहा हैं और यह चैनल बहुत प्रसिद्ध चैनल है जोकि लगातार 100 हफ्तों से अधिक नंबर वन की रैंक पर रहा और इस मुकाम तक पहुँचने वाला वह एशिया का पहला ऐसा चैनल है।
अर्णव ने 20 अप्रैल 2020 को लाइव टेलीविजन पर एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के सदस्य के पद से रिपब्लिक टीवी के अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था। शशि थरूर ने आरोप लगाया था कि उनकी पत्नी सुनंदा थरूर की मौत के पीछे अर्णव और रिपब्लिक टीवी का हाथ है। 2020 में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत को अर्णव ने कई सारे तरीकों से पेश किया था और दर्शकों को आत्महया की बजाय इसे साजिश के रूप में दिखाया जिससे अर्णव सुर्खियों में रहें और सुशांत की पूर्व प्रेमिका अंकिता लोखण्डे का इंटरव्यू बहुत चर्चा में रहा।