क्या गिला करें तेरी मजबूरियों का हम,
तू भी इंसान है कोई खुदा तो नहीं,
मेरा वक़्त जो होता मेरे मुनासिब,
मजबूरिओं को बेच कर तेरा दिल खरीद लेता।
Kya Gila Karein Teri Majboorion Ka Hum,
Tu Bhi Insaan Hai Koyi Khuda To Nahin,
Mera Waqt Jo Hota Mere Minasib,
Majbooriyon Ko Bech Kar Tera Dil Khareed Leta.