Ai Maut Unhein Bhulaye Huye Zamane Gujar Gaye,
Aa Ja Ke Zeher Khaye Huye Zamane Gujar Gaye,
ऐ मौत उन्हें भुलाए ज़माने गुजर गए,
आ जा कि ज़हर खाए ज़माने गुजर गए,
Aksar Gumsum Rahne Wala Nagma Hun Main,
Aapki Yaado Me Rehne Wala Lamha Hun Main,
अकसर गुमसुम रहने वाला नग्मा हूँ मैं,
आपकी यादो में रहने वाला लम्हा हूँ मैं,
आचार्य चाणक्य कौटिल्य और विष्णुगुप्त नामों से विख्यात हैं। चाणक्य चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में रहते थे। चाणक्य के अर्थशास्त्र और नीतिशास्त्र की रचना की थी, जिसे हमलोग चाणक्य नीति के नाम से जानते हैं|