स्वतंत्रता सेनानियों के प्रसिद्ध नारे
आजादी का मतलब केवल वही जान सकता है जिसने कभी गुलामी को देखा हो| हमलोग तो भाग्यशाली है कि हमनें जन्म एक स्वतंत्र देश मे लिया, लेकिन, हमें कभी भी उन देश भक्तों को नहीं भूलना चाहिए जिन्होंने ने अपने जीवन को इसलिए कुर्बान कर दिया ताकि हमलोग के एक स्वतंत्र देश मे सांस ले सके।
आज हमलोग उन्ही क्रांतिकारियों के नारों को जानेंगे जिनके नारों ने हमारे देश को आजाद करने मे अहम योगदान दिया आइए उन देश भक्तों के नारों को याद करते है और उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं।
1. स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है, और मैं इसे लेकर रहूँगा - बाल गंगाधर तिलक
2. जय जवान जय किसान - लाल बहादुर शास्त्री
3: जय हिन्द - सुभाष चन्द्र बोस
4. करो या मरो - महात्मा गाँधी
5. अंग्रजों भारत छोड़ो- महात्मा गाँधी
6. सत्यमेव जयते - मदन मोहन मालवीय
7. इंकलाब जिंदाबाद - भगत सिंह
8. तुम मुझे खून दो मै तुम्हे आज़ादी दूंगा- सुभाष चन्द्र बोस
9. वन्दे मातरम् - बंकिमचंद्र चटर्जी
10. सरफरोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है….देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है - रामप्रसाद बिस्मिल
11. दुश्मनों की गोलियों का हम सामना करेंगे, आज़ाद हैं, आज़ाद ही रहेंगे- चन्द्रशेखर आज़ाद
12. आराम हराम है - जवाहर लाल नेहरू
13. अब भी जिसका खून न खौला खून नहीं वो पानी है…जो ना आये देश के काम वो बेकार जवानी है- चन्द्रशेखर आज़ाद
14. मैं अपनी झाँसी नहीं दूँगी - रानी लक्ष्मीबाई
15. साइमन गो बैक - लाला लाजपत राय