सिर्फ नज़दीकियों से मोहब्बत हुआ नहीं करती

सिर्फ नज़दीकियों से मोहब्बत हुआ नहीं करती

सिर्फ नज़दीकियों से मोहब्बत हुआ नहीं करती,
फैसले जो दिलों में हो तो फिर चहत हुआ नहीं करती,
अगर नाराज़ हो खफा हो तो शिकायत करो हमसे,
खामोश रहने से दिलों की दूरियां मिटा नहीं करती।

 

Sirf Nazdeekiyon Se Mohabbat Hua Nahi Karti,
Fasle Jo Dilon Mein Ho To Fir Chahat Hua Nahi Karti,
Agar Naraz Ho Khafa Ho To Shikayat Karo Humse,
Khamosh Rahne Se Dilon Ki Dooriyan Mita Nahi Karti.