Sawan 2022 : सावन में भोलेनाथ से जुड़ी हुई दिखे ये चीजें तो आपका खुलने वाला है भाग्य-
सपने तो हम सभी देखते है,सपने हमारे भविष्य मे होने वाली घटनाओ के प्रति आगाह करते हैं। जो घटनाए हमारे भविष्य मे होने वाली है उसका संकेत हमे सपनों के रूप मे दिख जाता है। कुछ सपने देखने मे अच्छे होते हैं। लेकिन उनका परिणाम बुरा होता है लेकिन कुछ सपने देखने मे बुरे होते हैं, लेकिन उनका परिणाम हमारे लिए अच्छा होता है। सपने का परिणाम जानकर ही हमे मालूम पड़ता है की सपना हमारे लिए अच्छा है या बुरा है। कभी कभी हम जिस चीज को ना देखे हो वो भी हमे सपने मे दिखाई दे जाती है लेकिन ये अज्ञात चीज फल जरूर देकर जाती हैं।
इस वर्ष सावन के पवित्र महीने की शुरुआत 14 जुलाई 2022 से होने जा रही है, इस बार सावन के महीने में चार सोमवार पड़ने वाले हैं, जिनमे से पहला सोमवर 18 जुलाई 2022 को और सावन का अंतिम सोमवार 8 अगस्त 2022 को पड़ने जा रहा है।
इस वर्ष 2022 में सावन में पड़ने वाले सोमवार-
सावन का पहला सोमवार - 18 जुलाई 2022, सोमवार
सावन का दूसरा सोमवार - 25 जुलाई 2022, सोमवार
सावन का तीसरा सोमवार - 01 अगस्त 2022 सोमवार
सावन का अंतिम सोमवार - 08 अगस्त 2022, सोमवार
सावन का महिना भगवान भोलेनाथ का महिना माना जाता है, इस महीने में जो भी व्यक्ति भगवान शिव जी की पूजा करता है उस पर भोलेनाथ अधिक प्रसन्न हो जाते हैं और उसकी मनोकामना जल्द पूरी हो जाती है। सावन के महीने में भोलनाथ को खुश करने के लिए लोग अलग-अलग तरह के अनुष्ठान करते हैं कोई रुद्राभिषेक करता है, कोई कावड़ यात्रा पर जाता है तो कोई रोजाना भोलेनाथ के दरबार में जाकर शिव जी को जल चढ़ाता है।
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दोस्तों आज हम बात करने जा रहे हैं भोलेनाथ से जुड़े हुए सपनों के बारे में, यदि आपको भोलेनाथ से जुड़ी हुई ये चीजें सपने में दिखाई देती हैं तो आपको समझ जाना चाहिये कि जल्द ही आपके भाग्य का उदय होने वाला है और आपके कष्ट दूर होने वाले हैं तो बने रहिए हमारे साथ बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
1.शिवलिंग-
1.शिवलिंग-
यदि आप सपने में शिवलिंग को देखते हैं तो यह आपके पहले के जन्म को लेकर इशारा करता है, यह संकेत होता है कि आप अपने पूर्व के जन्म में भोलेनाथ की पूजा करते थे, सपने में शिवलिंग देखने का एक अर्थ और भी होता है कि आपकी सभी परेशानियों का अंत हो चुका है और जल्द ही आपको विजय प्राप्त होने वाली है।
2.अर्धचंद्र-
2.अर्धचंद्र-
सपने में अर्धचंद्र को देखना भी सकारात्मकता की ओर इशारा करता है, शिव जी के सिर पर मौजूद अर्धचंद्र बुद्धिमत्ता को दिखाता है। यदि कोई अपने सपने में अर्धचंद्र को देखता है तो वह व्यक्ति कोई बड़ा निर्णय लेना वाला है और सपने शिक्षा की ओर अच्छा इशारा करता है।
3.अर्धनारीश्वर-
3.अर्धनारीश्वर-
भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती जी के एक शरीर के रूप को अर्धनारीश्वर कहा जाता है, यदि कोई अपने सपने में अर्धनारीश्वर को देखता है तो इस सपने का अर्थ यह होता है कि आपको जल्द ही नए अवसर की प्राप्ति होने वाली है। सपने में अर्धनारीश्वर देखने का अर्थ यह भी होता है कि आपको धन-संपदा आदि मिलने वाली है इसलिए आपको ऐसे सपना देखने पर प्रसन्न हो जाना चाहिये।
4.शिव तांडव-
4.शिव तांडव-
भोलेनाथ जी का तांडव क्रोध और मनोवेग की ओर इशारा करता है, जब भी आप अपने सपने में भोलेनाथ जी को तांडव करते हुए देखते हैं तो इस सपने का अर्थ यह होता है कि आपकी परेशानियों जल्द ही खत्म हो जाने वाली हैं और धन की प्राप्ति भी होने वाली है।
5.शिव मंदिर-
5.शिव मंदिर-
यदि किसी को सपने में भोलेनाथ जी का मंदिर दिखाई देता है तो इसका अर्थ यह होता है कि आपको दो पुत्रों का वरदान मिला हुआ है था इस सपने का अर्थ यह भी होता है की आपकी बीमारियाँ जल्द ही खत्म होने वाली हैं।
6.तीसरा आंख-
6.तीसरा आंख-
भोलेनाथ जी तीसरी आँख को सपने में देखना भी फायदेमंद होता है, शंकर जी की तीसरी आँख का अर्थ सतर्कता और जागरूकता होता है, यदि आप अपने सपने में भोलेनाथ जी की तीसरी आँख को देखते हैं तो आपके जीवन में विशेष बदलाव आने वाला है।
7.त्रिशूल-
7.त्रिशूल-
सपने में त्रिशूल देखना शुभ माना जाता है, त्रिशूल व्यक्ति के वर्तमान, भूतकाल और भविष्य काल के बारे में बताता है, यदि कोई व्यक्ति सपने में त्रिशूल देखता है तो वह इंसान के जन्म, जीवन और मृत्यु से जुड़े संकेत देता है। सपने में त्रिशूल देखने से सभी समस्याओं का अंत हो जाता है इसलिए आपको ऐसा सपना देखने पर खुश हो जाना चाहिये।
8.डमरू-
8.डमरू-
भोलेनाथ का डमरू सपने में देखना भी बहुत शुभ होता है, डमरू को ध्वनि के प्रतीक के रूप में जाना जाता है, यदि आप अपने सपने में डमरू को देखते हैं तो आपके जीव में सकारात्मक ऊर्जा का संचार शुरू होने वाला है।