चाणक्य नीति: जीवन में कभी ना अपनाये ये बातें, वरना शुरू हो सकता है बुरा समय-
दोस्तो आचार्य चाणक्य को कौन नहीं जानता है, चाणक्य को हम लोग विष्णुगुप्त, कौटिल्य आदि के नाम से जानते है। आचार्य चाणक्य की बुद्धि की को आज भी पूरी दुनिया के लोग जानते हैं। चाणक्य द्वारा लिखित 'चाणक्य नीति को आज से करीब 2300 साल पहले लिखा गया है, इन नीति में लिखी गई हर एक बात आज भी एकदम सही बैठती है और ये बातें 2300 साल पहले भी सही होती थी। आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में हर चीज के बारे में एक अनोखी बातें बताईं हैं, चाणक्य नीति का पालन करने वाला व्यक्ति के जीवन में कभी भी दुख नहीं आता है और उसे किसी से धोखा नहीं मिलता है।
सुख और दुख हमारे जीवन का हिस्सा होता है, बिना सुख और दुख के जीवन का आनंद नहीं आता है, इसलिए ज्यादा दुख होने पर हमें दुखी नहीं होना चाहिये और ज्यादा सुखी होने पर हमें अधिक प्रसन्न होना चाहिये क्योंकि समय किसी का स्थिर नहीं रहता है। आचार्य चाणक्य के अनुसार कोई भी अपने बुरे समय को टालने का प्रयास कर सकता है, तो चलिए जानते क्या हैं वो तरीके जिनके द्वारा दुख से बचा जा सकता है तो बने रहिए हमारे साथ बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
1.व्यवहार हो विनम्रतापूर्वक-
आचार्य चाणक्य के अनुसार हमें सभी के साथ विनम्रतापूर्वक व्यवहार करना चाहिये, क्योंकि व्यक्ति अपने कर्मों के द्वारा ही सुख और दुख का भोग करता है। हमें ऐसे किसी भी काम को नहीं करना चाहिये जिससे भविष्य में हमें दुख को भोगना पड़े, इसलिए हमारा सभी के साथ व्यवहार विनम्रतापूर्वक होना चाहिये।
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2.ज्ञान है सबसे महत्वपूर्ण-
दोस्तों हमारे जीवन में ज्ञान सबसे जरूरी चीज होती है, ज्ञान एक ऐसी चीज होती है जिसके हम अपने सपनों को पूरा कर सकत हैं, क्योंकि ज्ञान एक ऐसा धन होता है जिसको कोई चोर नहीं चुरा सकता है और ना ही आपका भाई आपसे बटा सकता है। ज्ञानी व्यक्ति को हर जगह सम्मान मिलता है और उसे हर क्षेत्र में तरक्की भी हासिल होती रहती है।
3.ईश्वर की भक्ति भी जरूरी-
सारे काम करने के बाद सबसे जरूरी काम ईश्वर पर विश्वास होना होता है, क्योंकि ईश्वर की भक्ति हमारे जीवन में एक अलग ही महत्व रखती है, इससे हमें विपरीत समय में साहस मिलता है और विश्वास रहता है कि ईश्वर हमारे बुरे समय को जल्द दूर कर देगा। भक्ति में बहुत शक्ति होती है, आप इसके द्वारा अपने पुराने पापों को भी धो सकते हैं और अपने आने समय में आनंद की अनुभूति कर सकते हैं।
4.मूर्ख व्यक्ति से ज्ञान की बातें करना सबसे बड़ी मूर्खता-
मूर्ख व्यक्ति के साथ कितनी भी ज्ञान की बातें कर लो लेकिन उसको समझ में नहीं आयेगा, बल्कि वो आपकी बातों का मजाक उड़ना शुरू कर देगा। मूर्ख व्यक्ति के साथ बातें करने से व्यर्थ में विवाद हो सकता है, इसलिए बेहतर होगा कि आप मूर्ख व्यक्ति से ज्ञान की बातें ना करें, इसी में आपकी भलाई होती है।
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5.गरीबी से मुक्ति पाने के दान जरूरी-
आचार्य चाणक्य के अनुसार यदि आप गरीब हैं और अपनी गरीबी को दूर करने के उपायों के बारे में पता कर रहें हैं तो आपको दान अवश्य करना चाहिये। हमने अपनी क्षमता के अनुसार समय-समय पर दान करते रहना चाहिये, दान देने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है और आपके पिछले पाप भी दूर हो जाते हैं।