अभी आँखों की शमाएं जल रही हैं प्यार जिंदा है,
अभी मायूस मत होना अभी बीमार ज़िंदा है,
हजारों जख्म खाकर भी मैं दुश्मन के मुक़ाबिल हूँ,
खुदा का शुक्र अब तक दिल-ए-खुद्दार जिंदा है।
गरुड़ को देखकर कौवा भी सोचने लगा और कहने लगा अगर गरुड़ ऐसा काम कर सकता है तो मुझको भी एक बार इसे जरूर करना चाहिये फिर क्या गरुड़ की नकल करने के लिए कौव ने तेजी से उड़ान भरी और जितनी ऊपर तक आसमान में जा सकता था उतना ऊपर उड़ता चला गया।