एक बार गर्मी के मौसम में राजा अपने शयन कक्ष में आराम कर रहा था और वो बंदर भी राजा के पास बैठा था जो राजा को एक पंखे से हवा दे रहा था, तभी एक मक्खी उड़कर आ गई और राजा के सिनर पर जाकर बैठ गई, जब उस बंदर से मक्खी को देखा तो उसने मक्खी को उड़ाने की कोशिश की मक्खी तो उड़ गई लेकिन फिर बार-बार राजा के सीने पर आकर बैठ जाती थी।
दोस्तों इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती हमें हर काम को पूरी लग्न के साथ करना चाहिये चाहे काम छोटा या या काम बड़ा होकर हर काम पूरी ताकत और पूरे मन के साथ करना चाहिये।