एक व्यक्ति तपते हुए रेगिस्तान में यात्रा पर जा रहा था, उस व्यक्ति के साथ उसका ऊंट था जिस पर खूब सारा समान लदा हुआ था, ऊंट और व्यक्ति रेगिस्तान की गर्मी के कारण पसीने से भीग चुके थे। बहुत दूर चलने के बाद जब व्यक्ति थक गया तो उसने आराम करने का विचार बना लिया, इसलिए उसने अपनी यात्रा को बीच में रोककर और फिर ऊंट की पीठ से अपना तंबू उतारकर लगा लिया और तंबू के नीचे आराम करने लगा।
आपके आने से ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है,
दिल में बसाई है जो वो आपकी ही सूरत है,
Aapke Aane Se Zindagi Kitni Khubsurat Hai,
Dil Mein Basai Hai Jo Woh Aapki Hi Surat Hai,