जलियाँवाला बाग हत्या कांड के खिलाफ टैगोर जी 1919 में ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रदान की गई नाइटवुड की उपाधि को अपने देश और देशवासियों के लिए वापस कर दिया था, महान लेखक रवींद्र नाथ टैगोर के लेखन आज भी देश वासियों की प्रेरणास्त्रोत है। आज हम आपके लिए रवींद्र नाथ टैगोर जी के कुछ अनमोल विचार और कथन लेकर आये हैं जो आपको बेहद पसंद आने वाले हैं, तो बने रहिए हमारे साथ बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
हम लोग भी सोचते हैं जब समय हमारे अनुकूल हो जाएगा तब हम लोग इस काम को करेंगे लेकीन सभी प्रकार से अनुकूल समय हमारे जीवन में कभी भी नहीं आता है। पूरी दुनिया तो एक समुद्र की तरह है इसमे तो हर समय कुछ ना कुछ समस्याएं उत्पन्न होती रहती हैं।
Main Kuchh Lamha Aur Tera Saath Chahta Hu,
Aankho Mein Jo Jam Gayi Woh Barsaat Chahta Hu,
मैं कुछ लम्हा और तेरा साथ चाहता हूँ,
आँखों में जो जम गयी वो बरसात चाहता हूँ,
एक समय की बात है एक जंगल में एक आम के पेड़ पर एक तोता रहता था, तोता आम के मीठे-मीठे फलों को खाता था और पेड़ के डालियों पर बैठकर गाने भी गाता था। एक बार जंगल मे सूखा पड़ गया जिसके कारण जंगल के सारे पेड़ और तालाब सूख गए जिसके कारण जंगल के सभी दूसरे पशु और पक्षी जंगल छोड़कर दूसरी जगह जाने लगे लेकिन उस तोते से अपने आम के पेड़ को नहीं छोड़ा, तोता सारा दिन पेड़ की डाल पर बैठा रहता और ईश्वर से प्रार्थना करता है।