Chanakya Niti : चाणक्य नीति के अनुसार यदि किसी व्यक्ति में दिखते हैं ये पाँच लक्षण, तो जायेगा बर्बाद

Chanakya Niti : चाणक्य नीति के अनुसार यदि किसी व्यक्ति में दिखते हैं ये पाँच लक्षण, तो जायेगा बर्बाद

Chanakya Niti : चाणक्य नीति के अनुसार यदि किसी व्यक्ति में दिखते हैं ये पाँच लक्षण, तो जायेगा बर्बाद-

दोस्तों को आचार्य चाणक्य को कौन नहीं जानता है, चाणक्य को हम लोग विष्णुगुप्त, कौटिल्य आदि के नाम से जानते है। आचार्य चाणक्य की बुद्धि की को आज भी पूरी दुनिया के लोग जानते हैं। चाणक्य द्वारा लिखित 'चाणक्य नीति को आज से करीब 2300 साल पहले लिखा गया है, इन नीति में लिखी गई हर एक बात आज भी एकदम सही बैठती है और ये बातें 2300 साल पहले भी सही होती थी। आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में हर चीज के बारे में एक अनोखी बातें बताईं हैं, चाणक्य नीति का पालन करने वाला व्यक्ति के जीवन में कभी भी दुख नहीं आता है और उसे किसी से धोखा नहीं मिलता है।

आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में मनुष्य के बर्बादी को लेकर पाँच लक्षण बताएं गए हैं, आचार्य चाणक्य के अनुसार यदि किसी व्यक्ति के अंदर ये पाँच लक्षण दिखाई देते हैं तो इसका अर्थ यह वह व्यक्ति जल्द ही बर्बाद होने वाला है, चाणक्य नीति के अनुसार किसी व्यक्ति के अंदर ये लक्षण नींद, गुस्सा, भय, आलस्य और काम को टालने की आदत नहीं होने चाहिये, यदि आपके अंदर भी ये लक्षण हैं तो आपको जल्द से जल्द इन्हे छोड़ देना चाहिये। 

 

1.नींद-
वैसे तो नींद हर व्यक्ति के जरूरी होती हैं लेकिन हद से ज्यादा सोना भी बर्बादी की ओर इशारा करता है, नींद मनुष्य की सफलता के बीच में रोड़ा होता है जिसको यदि कोई पार कर लेता है तो वह सफल हो जाता है। नींद तो हम सभी लोगों को अच्छी लगती है और प्रातः काल की नींद तो सबसे पसंदीदा होती है, लेकिन यदि आप अपनी नींद पर विजय हासिल कर लेते हैं तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। 

 

2.गुस्सा-
चाणक्य नीति के अनुसार गुस्सा भी मनुष्य की बर्बादी का प्रमुख लक्षण होता है, यदि किसी व्यक्ति को बहुत गुस्सा आता है तो उसको कंट्रोल करना सीखना चाहिये। अधिक गुस्सा करने से व्यक्ति का बनता हुआ काम भी बिगड़ सकता है, क्योंकि गुस्से के दौरान दिमाग काम करना बंद कर देता है, क्योंकि गुस्से के दौरान व्यक्ति यह समझ नहीं आता है कि वो क्या कर रहा है और उसके साथ क्या हो रहा है। आपको अपने गुस्से को नियंत्रित करना चाहिये क्योंकि आगे चलकर यह आपकी बर्बादी की ओर आपको ले जाती है। 

 

3.भय-
भय भी मनुष्य की बर्बादी का प्रमुख कारण होता है, व्यक्ति को किसी भी मुसीबत का हिम्मत के साथ सामना करना चाहिये, यदि आपको भी किसी बात को लेकर भय लगता है तो इसे जल्द से जल्द त्याग देना चाहिये और हिम्मत के साथ जीवन की हर परेशानी का सामना करना चाहिये। 


4.आलस्य-
आलस्य मनुष्य की बर्बादी का सबसे बड़ा कारण होता है क्योंकि आलसी व्यक्ति जीवन में कभी भी सफल नहीं हो सकता है, कभी-कभी आलस्य में हम अपने जरूरी कामों को भी भूल जाते हैं और इस बात से अनजान रहते हैं कि कौन सा काम हमारे लिए जरूरी है और उसे पहले करना चाहिये। अभी तक आपने अगर अपें आलस्य का त्याग नहीं किया और अपने लक्ष्य पर फोकस नहीं किया तो वह समय दूर नहीं हैं जब आपके पास खोने के लिए कुछ नहीं बचने वाला है। 

 

5.काम को टालने की आदत-
यह आदत भी किसी व्यक्ति को बर्बाद करने की ओर ले जाती है, यदि आप उनमें से एक हैं जो किसी काम को टालते रहते हैं या फिर टालने की कोशिश करते रहते हैं तो आप जल्द ही बर्बाद होने वाले हैं। इसीलिए आचार्य चाणक्य ने कहा है कि अगर किसी व्यक्ति के अंदर ये 5 लक्षण दिखे तो इसका मतलब है कि उसकी बर्बादी निश्चित है।