कविता-कहानी न्यूज़

कच्ची दीवार हूँ ठोकर ना लगाना मुझे
कविता-कहानी

कच्ची दीवार हूँ ठोकर ना लगाना मुझे

Kachchi Deewar Hoon Thokar Na Lagana Mujhe, Apni Najron Mein Basaa Kar Na Girana Mujhe कच्ची दीवार हूँ ठोकर ना लगाना मुझे, अपनी नज़रों में बसा कर ना गिराना मुझे,

तन्हाइयों में मुस्कुराना इश्क़ है
कविता-कहानी

तन्हाइयों में मुस्कुराना इश्क़ है

Tanhayion MSe ein Muskarana Ishq Hai, Ek Baat Ko Sab Chhupana Ishq Hai, तन्हाइयों में मुस्कुराना इश्क़ है, एक बात को सब से छुपाना इश्क़ है,

खुदा की रहमत में अर्जियाँ नहीं चलतीं
कविता-कहानी

खुदा की रहमत में अर्जियाँ नहीं चलतीं

Khuda Ki Rehmat Mein Arziyan Nahi Chalti, Dilon Ke Khel Mein Khud-Garziyan Nahi Chalti, खुदा की रहमत में अर्जियाँ नहीं चलतीं, दिलों के खेल में खुद-गर्जियाँ नहीं चलतीं।

कभी संभले तो कभी बिखर गए हम
कविता-कहानी

कभी संभले तो कभी बिखर गए हम

Kabhi Sambhle Toh Kabhi Bikhar Gaye, Ab Toh Khud Mein Hi Simat Gaye Hum, कभी संभले तो कभी बिखर गए हम, अब तो खुद में ही सिमट गए हम,

जमाना अगर हम से रूठ भी जाये तो
कविता-कहानी

जमाना अगर हम से रूठ भी जाये तो

Jamana Agar Hum Se Ruth Bhi Jaye Toh, Iss Baat Ka Hamein Gam Na Koyi Hoga, जमाना अगर हम से रूठ भी जाये तो, इस बात का हमें गम न कोई होगा,

सुकून मिल गया मुझको बदनाम होकर
कविता-कहानी

सुकून मिल गया मुझको बदनाम होकर

Sukoon Mil Gaya Mujhko Badnaam Hokar, Aapke Har Ek ilzaam Pe Yun Be-Zubaan Hokar, सुकून मिल गया मुझको बदनाम होकर, आपके हर एक इल्ज़ाम पे यूँ बेजुबान होकर,

दो बातें उनसे की तो दिल का दर्द खो गया
कविता-कहानी

दो बातें उनसे की तो दिल का दर्द खो गया

Do Baatein Unse Ki To Dil Ka Dard Kho Gaya, Logon Ne Humse Puchha Ki Tumhe Kya Ho Gaya, दो बातें उनसे की तो दिल का दर्द खो गया, लोगों ने हमसे पूछा कि तुम्हें क्या हो गया,  

सिर्फ इशारों में होती महोब्बत अगर
कविता-कहानी

सिर्फ इशारों में होती महोब्बत अगर

Sirf Isharon Mein Hoti Mohabbat Agar, In Alafazon Ko Khoobsurati Kaun Deta? सिर्फ इशारों में होती महोब्बत अगर, इन अलफाजों को खुबसूरती कौन देता?

मैं कुछ लम्हा और तेरा साथ चाहता हूँ
कविता-कहानी

मैं कुछ लम्हा और तेरा साथ चाहता हूँ

Main Kuchh Lamha Aur Tera Saath Chahta Hu, Aankho Mein Jo Jam Gayi Woh Barsaat Chahta Hu, मैं कुछ लम्हा और तेरा साथ चाहता हूँ, आँखों में जो जम गयी वो बरसात चाहता हूँ,

एक मुस्कान तू मुझे एक बार दे दे
कविता-कहानी

एक मुस्कान तू मुझे एक बार दे दे

Ek Muskaan Tu Muhje Ek Baar De De, Khwab Mein Hi Sahi Ek Deedar De De, एक मुस्कान तू मुझे एक बार दे दे, ख्वाब में ही सही एक दीदार दे दे,  

ज़रूरी काम है लेकिन रोज़ाना भूल जाता हूँ
कविता-कहानी

ज़रूरी काम है लेकिन रोज़ाना भूल जाता हूँ

Zaroori Kaam Hai Lekin Rojana Bhul Jata Hu, Mujhe Tum Se Mohabbat Hai Batana Bhul Jata Hu, ज़रूरी काम है लेकिन रोज़ाना भूल जाता हूँ, मुझे तुम से मोहब्बत है बताना भूल जाता हूँ,

मैं कुछ लम्हा और तेरा साथ चाहता हूँ
कविता-कहानी

मैं कुछ लम्हा और तेरा साथ चाहता हूँ

Main Kuchh Lamha Aur Tera Saath Chahta Hu, Aankho Mein Jo Jam Gayi Woh Barsaat Chahta Hu, मैं कुछ लम्हा और तेरा साथ चाहता हूँ, आँखों में जो जम गयी वो बरसात चाहता हूँ,  

एक मुस्कान तू मुझे एक बार दे दे
कविता-कहानी

एक मुस्कान तू मुझे एक बार दे दे

Ek Muskaan Tu Muhje Ek Baar De De, Khwab Mein Hi Sahi Ek Deedar De De, एक मुस्कान तू मुझे एक बार दे दे, ख्वाब में ही सही एक दीदार दे दे,

इत्तेफ़ाक़ से ही सही मगर मुलाकात हो गयी
कविता-कहानी

इत्तेफ़ाक़ से ही सही मगर मुलाकात हो गयी

Ittefak Se Hi Sahi Magar Mulakat Ho Gayi, Dhoondh Rahe The Hum Jinhein Unn Se Baat Ho Gayi, इत्तेफ़ाक़ से ही सही मगर मुलाकात हो गयी, ढूंढ रहे थे हम जिन्हें उन से बात हो गयी

कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे
कविता-कहानी

कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे

Kaun Kahta Hai Hum Uske Bina Mar Jayenge, Hum Toh Dariya Hain Samandar Mein Utar Jayenge, कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे, हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे,

प्यार की कली सब के लिए खिलती नहीं
कविता-कहानी

प्यार की कली सब के लिए खिलती नहीं

Pyar Ki Kali Sabke Liye Khilti Nahi, Chahne Par Har Ek Cheej Milti Nahi, प्यार की कली सब के लिए खिलती नहीं, चाहने पर हर एक चीज मिलती नहीं,  

फिर न सिमटेगी मोहब्बत जो बिखर जायेगी
कविता-कहानी

फिर न सिमटेगी मोहब्बत जो बिखर जायेगी

Phir Na Simtegi Mohabbat Jo Bikhar Jayegi, Zindgi Zulf Nahi Jo Phir Sanwar Jayegi, फिर न सिमटेगी मोहब्बत जो बिखर जायेगी, ज़िंदगी ज़ुल्फ़ नहीं जो फिर संवर जायेगी

मोहब्बत में किसी का इंतजार न करना
कविता-कहानी

मोहब्बत में किसी का इंतजार न करना

Mohabbat Mein Kisi Ka Intzaar Na Karna, Gar Ho Sake Toh Kisi Se Pyar Na Karna, मोहब्बत में किसी का इंतजार न करना, हो सके तो किसी से प्यार न करना,  

जो मोहब्बत तुम्हारे दिल में है
कविता-कहानी

जो मोहब्बत तुम्हारे दिल में है

Jo Mohabbat Tumhare Dil Mein Hai, Use Zubaan Par Laao Aur Bayaan Kar Do जो मोहब्बत तुम्हारे दिल में है, उसे जुबां पर लाओ और बयां कर दो,  

माना कि तुम जीते हो ज़माने के लिये
कविता-कहानी

माना कि तुम जीते हो ज़माने के लिये

Mana Ke Tum Jeete Ho Zamane Ke Liye, Ek Baar Jee Ke Toh Dekho Humare Liye, माना कि तुम जीते हो ज़माने के लिये, एक बार जी के तो देखो हमारे लिये,