कविता-कहानी न्यूज़

एक पल में जो आकर गुजर जाये,
कविता-कहानी

एक पल में जो आकर गुजर जाये,

Ek Pal Mein Jo Aakar Gujar Jaaye, Yeh Hawa Ka Woh Jhoka Hai Aur Kuchh Nahi, एक पल में जो आकर गुजर जाये, ये हवा का वो झोका है और कुछ नहीं,  

मेरी निगाह-ए-शौक़ भी कुछ कम नहीं मगर
कविता-कहानी

मेरी निगाह-ए-शौक़ भी कुछ कम नहीं मगर

मेरी निगाह-ए-शौक़ भी कुछ कम नहीं मगर, Meri Nigah-e-Shauk Bhi Kuchh Kam Nahi Magar,    

बहुत वक़्त लगा हमें आप तक आने में
कविता-कहानी

बहुत वक़्त लगा हमें आप तक आने में

Bahut Waqt Laga Hamein Aap Tak Aane Mein, Bahut Fariyad Ki Khuda Se Aapko Paane Mein, बहुत वक़्त लगा हमें आप तक आने में, बहुत फरियाद की खुदा से आपको पाने में,  

खिड़की से झांकता हूँ मै, सबसे नज़र बचा कर
कविता-कहानी

खिड़की से झांकता हूँ मै, सबसे नज़र बचा कर

Khidki Se Jhankta Hu Main, Sabse Najar Bacha Kar, Bechain Ho Raha Hu, Kyu Ghar Ki Chhat Pe Aakar, खिड़की से झांकता हूँ मै, सबसे नज़र बचा कर बेचैन हो रहा हूँ, क्यों घर की छत पे आ कर  

नज़रें मिल जाएं तो प्यार हो जाता है
कविता-कहानी

नज़रें मिल जाएं तो प्यार हो जाता है

Najare Mil Jayein Toh Pyaar Ho Jata Hai, Palken Uth Jayein Toh Izhaar Ho Jata Hai नज़रें मिल जाएं तो प्यार हो जाता है, पलकें उठ जाएं तो इज़हार हो जाता है  

मुझे सहल हो गई मंजिलें वो
कविता-कहानी

मुझे सहल हो गई मंजिलें वो

Mujhe Sahal Ho Gayi Manzilein Woh, Hawa Ke Rukh Bhi Badal Gaye, मुझे सहल हो गई मंजिलें वो, हवा के रुख भी बदल गये,  

कहा ये किसने कि फूलों से दिल लगाऊं मैं
कविता-कहानी

कहा ये किसने कि फूलों से दिल लगाऊं मैं

Kaha Yeh Kisne Ki Phoolo Se Dil Lagaun Main, Agar Tera Khayal Na Sochu Toh Mar Jaaun Main, कहा ये किसने कि फूलों से दिल लगाऊं मैं, अगर तेरा ख्याल ना सोचूं तो मर जाऊं मैं,  

चेहरे पे मेरे जुल्फों को फैलाओ किसी दिन
कविता-कहानी

चेहरे पे मेरे जुल्फों को फैलाओ किसी दिन

Chehre Pe Mere Zulfo Ko Failao Kisi Din, Kyun Roz Garajate Ho, Baras Jao Kisi Din, चेहरे पे मेरे जुल्फों को फैलाओ किसी दिन, क्यूँ रोज गरजते हो बरस जाओ किसी दिन,

दिल की आरज़ू तो बस यही है मेरे सनम
कविता-कहानी

दिल की आरज़ू तो बस यही है मेरे सनम

दिल की आरज़ू तो बस यही है मेरे सनम, Dil Ki Aarzoo Toh Bas Yehi Hai Mere Sanam,    

खुद नहीं जानते कितनी प्यारे हो आप
कविता-कहानी

खुद नहीं जानते कितनी प्यारे हो आप

खुद नहीं जानते कितनी प्यारे हो आप, जान हो हमारी पर जान से प्यारे हो आप, Khud Nahi Jante Kitne Pyare Ho Aap, Jaan Ho Hamari Par Jaan Se Pyari Ho Aap,    

तेरे सीने से लगकर तेरी आरजू बन जाऊँ
कविता-कहानी

तेरे सीने से लगकर तेरी आरजू बन जाऊँ

तेरे सीने से लगकर तेरी आरजू बन जाऊँ, तेरी साँसो से मिलकर तेरी खुश्बू बन जाऊँ, Tere Seene Se Lagkar Teri Aarzoo Ban Jaun, Teri Saanso Se Milkar Teri Khushbu Ban Jaun,

मैं तमाम दिन का थका हुआ
कविता-कहानी

मैं तमाम दिन का थका हुआ

मैं तमाम दिन का थका हुआ, तू तमाम शब का जगा हुआ, Main Tamaam Din Ka Thaka Hua, Tu Tamaam Shab Ka Jagaa Hua,  

बदलना आता नहीं हमें मौसम की तरह
कविता-कहानी

बदलना आता नहीं हमें मौसम की तरह

बदलना आता नहीं हमें मौसम की तरह, हर इक रुत में तेरा इंतज़ार करते हैं, Badalna Nahi Aata Humein Mausam Ki Tarah, Har Ek Rut Mein Tera Intezaar Karte Hain,

संगमरमर के महल में तेरी तस्वीर सजाऊंगा,
कविता-कहानी

संगमरमर के महल में तेरी तस्वीर सजाऊंगा,

संगमरमर के महल में तेरी तस्वीर सजाऊंगा, मेरे इस दिल में ऐ सनम तेरे ख्वाब सजाऊंगा, Sangmarmar Ke Mahal Mein Teri Tasveer Sajauga, Mere Iss Dil Mein Aye Sanam Tere Khwab Sajaunga,  

आपके आने से ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है,
कविता-कहानी

आपके आने से ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है,

आपके आने से ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है, दिल में बसाई है जो वो आपकी ही सूरत है, Aapke Aane Se Zindagi Kitni Khubsurat Hai, Dil Mein Basai Hai Jo Woh Aapki Hi Surat Hai,  

जी चाहे कि दुनिया की हर एक फ़िक्र भुला कर
कविता-कहानी

जी चाहे कि दुनिया की हर एक फ़िक्र भुला कर

जी चाहे कि दुनिया की हर एक फ़िक्र भुला कर, Jee Chahe Ki Duniya Ki Har Ek ‪‎Fikr Bhula Kar,    

छुपा लूं तुझको अपनी बाँहों में इस तरह,
कविता-कहानी

छुपा लूं तुझको अपनी बाँहों में इस तरह,

छुपा लूं तुझको अपनी बाँहों में इस तरह, कि हवा भी गुजरने की इजाज़त मांगे, Chhupa Lu Tujhko Apni Baahon Mein Iss Tarah, Ke Hawaa Bhi Gujarne Ki Ijazat Maange  

चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते हो
कविता-कहानी

चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते हो

चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते हो, सांसों में मेरी खुशबु बनके बिखर जाते हो, Chupke Se Aakar Iss Dil Mein Utar Jate Ho, Saanso Mein Meri Khushbu BanKe Bikhar Jate Ho,  

मुझको फिर वही सुहाना नजारा मिल गया,
कविता-कहानी

मुझको फिर वही सुहाना नजारा मिल गया,

मुझको फिर वही सुहाना नजारा मिल गया, इन आँखों को दीदार तुम्हारा मिल गया, Mujhko Phir Wahi Suhana Najara Mil Gaya, Inn Aankhon Ko Deedar Tumhara Mil Gaya,  

हम भी मौजूद थे तकदीर के दरवाजे पे
कविता-कहानी

हम भी मौजूद थे तकदीर के दरवाजे पे

हम भी मौजूद थे तकदीर के दरवाजे पे, Hum Bhi Maujood The Takdeer Ke Darwaje Pe,