धर्म और भाग्य न्यूज़

श्री गंगा मैया जी आरती
धर्म और भाग्य

श्री गंगा मैया जी आरती

हर हर गंगे, जय माँ गंगे, हर हर गंगे, जय माँ गंगे ॥

श्री जग्गनाथ आरती
धर्म और भाग्य

श्री जग्गनाथ आरती

चतुर्भुज जगन्नाथ कंठ शोभित कौसतुभः ॥

श्री जानकीनाथ जी की आरती
धर्म और भाग्य

श्री जानकीनाथ जी की आरती

ॐ जय जानकीनाथा, जय श्री रघुनाथा । दोउ कर जोरें बिनवौं, प्रभु! सुनिये बाता ॥ ॐ जय..॥

रघुवर श्री रामचन्द्र जी आरती 
धर्म और भाग्य

रघुवर श्री रामचन्द्र जी आरती 

आरती कीजै श्री रघुवर जी की, सत चित आनन्द शिव सुन्दर की॥

भगवान श्री चित्रगुप्त जी की आरती
धर्म और भाग्य

भगवान श्री चित्रगुप्त जी की आरती

ॐ जय चित्रगुप्त हरे, स्वामीजय चित्रगुप्त हरे । भक्तजनों के इच्छित, फलको पूर्ण करे॥

आरती श्री रामायण जी
धर्म और भाग्य

आरती श्री रामायण जी

आरती श्री रामायण जी की । कीरति कलित ललित सिय पी की ॥

आरती माँ सरस्वती जी
धर्म और भाग्य

आरती माँ सरस्वती जी

जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता। सदगुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता॥ ॥ जय सरस्वती माता...॥

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
धर्म और भाग्य

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

जय सन्तोषी माता आरती
धर्म और भाग्य

जय सन्तोषी माता आरती

जय सन्तोषी माता, मैया जय सन्तोषी माता । अपने सेवक जन की, सुख सम्पति दाता ॥

आरती ॐ जय हनुमत वीरा
धर्म और भाग्य

आरती ॐ जय हनुमत वीरा

ॐ जय हनुमत वीरा, स्वामी जय हनुमत वीरा । संकट मोचन स्वामी, तुम हो रनधीरा ॥ ॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥

शनिदेव की आरती
धर्म और भाग्य

शनिदेव की आरती

जय शनि देवा, जय शनि देवा, जय जय जय शनि देवा । अखिल सृष्टि में कोटि-कोटि जन, करें तुम्हारी सेवा । जय शनि देवा, जय शनि देवा, जय जय जय शनि देवा ॥

श्री राम स्तुति: श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन
धर्म और भाग्य

श्री राम स्तुति: श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन

॥दोहा॥ श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं । नव कंज लोचन कंज मुख कर कंज पद कंजारुणं ॥१॥

आरती शंकर जी की
धर्म और भाग्य

आरती शंकर जी की

ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव ओंकारा...॥

आरती खाटू श्याम जी की
धर्म और भाग्य

आरती खाटू श्याम जी की

ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे। खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे॥ ॐ जय श्री श्याम हरे...॥

आरती जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी
धर्म और भाग्य

आरती जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी । तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥

आरती सत्य नारायण जी की
धर्म और भाग्य

आरती सत्य नारायण जी की

ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे । भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट, क्षण में दूर करे ॥ ॥ ॐ जय जगदीश हरे..॥

ब्रहस्पति देव जी की आरती
धर्म और भाग्य

ब्रहस्पति देव जी की आरती

जय वृहस्पति देवा, ऊँ जय वृहस्पति देवा । छिन छिन भोग लगा‌ऊँ, कदली फल मेवा ॥

हनुमान जी की आरती
धर्म और भाग्य

हनुमान जी की आरती

आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥

गणेश जी की आरती
धर्म और भाग्य

गणेश जी की आरती

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥

राधा रानी की चालीसा का पाठ करने होती है श्री कृष्ण की कृपा
धर्म और भाग्य

राधा रानी की चालीसा का पाठ करने होती है श्री कृष्ण की कृपा

राधा रानी को प्रसन्न करने के लिए हम कई तरह के अनुस्थान करते हैं, कोई राधारानी की पूजा करता है तो कोई आरती करता है तो कोई राधा रानी की चालीसा का पाठ करता है। राधा रानी की चालीसा का पाठ करने से सुख- शांति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। माता राधा जी की चालीसा का पाठ करने से हमारे घर में प्रेम का वातावरण बना रहता है और हमें भगवान श्री कृष्ण की कृपा प्राप्त होने लगती है। यदि आप भी चाहते हैं कि आप पर माता राधा रानी और श्री कृष्ण की कृपा बनी रहे तो आपको राधा रानी की चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिये इससे आपको बहुत फायदा मिलेगा और आपके सारे कष्ट दूर हो जायेंगे।