धर्म और भाग्य न्यूज़

राम कहानी सुनो रे राम कहानी
धर्म और भाग्य

राम कहानी सुनो रे राम कहानी

राम कहानी सुनो रे राम कहानी । कहत सुनत आवे आँखों में पानी । श्री राम, जय राम, जय-जय राम ॥

जगमग जगमग जोत जली है, आरती श्री राम जी
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जगमग जगमग जोत जली है, आरती श्री राम जी

जगमग जगमग जोत जली है। राम आरती होन लगी है॥ भक्ति का दीपक प्रेम की बाती। आरति संत करें दिन राती॥

सीता राम, सीता राम, सीताराम कहिये
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सीता राम, सीता राम, सीताराम कहिये

सीता राम सीता राम, सीताराम कहिये, जाहि विधि राखे राम, ताहि विधि रहिये।

प्रभु हम पे कृपा करना, प्रभु हम पे दया करना
धर्म और भाग्य

प्रभु हम पे कृपा करना, प्रभु हम पे दया करना

प्रभु हम पे कृपा करना, प्रभु हम पे दया करना । बैकुंठ तो यही है, हृदय में रहा करना ॥

राम ना मिलेगे हनुमान के बिना
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राम ना मिलेगे हनुमान के बिना

पार न लगोगे श्रीराम के बिना, राम न मिलेगे हनुमान के बिना | राम न मिलेगे हनुमान के बिना, श्रीराम न मिलेंगे हनुमान के बिना ||

कभी राम बनके, कभी श्याम बनके
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कभी राम बनके, कभी श्याम बनके

कभी राम बनके कभी श्याम बनके, चले आना प्रभुजी चले आना ॥ तुम राम रूप में आना, तुम राम रूप में आना सीता साथ लेके, धनुष हाथ लेके, चले आना प्रभुजी चले आना ॥

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला
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भए प्रगट कृपाला दीनदयाला

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला, कौसल्या हितकारी । हरषित महतारी, मुनि मन हारी, अद्भुत रूप बिचारी ॥ लोचन अभिरामा, तनु घनस्यामा, निज आयुध भुजचारी । भूषन बनमाला, नयन बिसाला, सोभासिंधु खरारी ॥

राम जपते रहो, काम करते रहो
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राम जपते रहो, काम करते रहो

राम जपते रहो, काम करते रहो । वक्त जीवन का, यूँही निकल जायेगा । अगर लगन सच्ची, भगवन से लग जायेगी । तेरे जीवन का नक्शा, बदल जायेगा । राम जपते रहो, काम करते रहो ।

राम नाम जपते रहो, जब तक घट घट मे प्राण
धर्म और भाग्य

राम नाम जपते रहो, जब तक घट घट मे प्राण

राम नाम जपते रहो, जब तक घट घट मे प्राण । राम भजो, राम रटो, राम साधो, राम राम ॥

उड़े उड़े बजरंगबली, जब उड़े उड़े
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उड़े उड़े बजरंगबली, जब उड़े उड़े

उड़े उड़े बजरंगबली, जब उड़े उड़े, उड़े उड़े बजरंगबली, जब उड़े उड़े, हनुमान उड़े उड़ते ही गये, सब देख रहे है, खड़े रे खड़े, उड़े उड़े बजरंगबली, जब उड़े उड़े ॥

अयोध्या नाथ से जाकर पवनसुत हाल कह देना
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अयोध्या नाथ से जाकर पवनसुत हाल कह देना

अयोध्या नाथ से जाकर पवनसुत हाल कह देना, तुम्हारी लाड़ली सीता हुई बेहाल कह देना । जब से लंका में आई नहीं श्रृंगार है कीन्हा, नहीं बांधे अभी तक खुले है बाल कह देना । ॥ अयोध्या नाथ से जाकर...॥

कर दो दूर प्रभु, मेरे मन में अँधेरा है
धर्म और भाग्य

कर दो दूर प्रभु, मेरे मन में अँधेरा है

कर दो दूर प्रभु, मेरे मन में अँधेरा है, जब से तेरी लगन लगी, हुआ मन में सवेरा है, कर दों दुर प्रभु, मेरे मन में अँधेरा है ॥

बोलो राम मन में राम बसा ले
धर्म और भाग्य

बोलो राम मन में राम बसा ले

बोलो राम, जय जय राम, बोलो राम जन्म सफल होगा बन्दे, मन में राम बसा ले, भोले राम, आजा राम, भोले राम,

ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियां
धर्म और भाग्य

ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियां

ठुमक चलत रामचंद्र, ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियां, ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियां, ठुमक चलत रामचंद्र

गौरी के नंदा गजानन, गौरी के नन्दा
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गौरी के नंदा गजानन, गौरी के नन्दा

गजानंद आनंद करो, दो सुख सम्पति में शीश, दुश्मन को सज्जन करो, निवत जिमावा खीर । सदा भवानी दाहिनी, सनमुख रहत गणेश, पाँच देव रक्षा करे, ब्रम्हा विष्णु महेश।

गणपति आज पधारो, श्री रामजी की धुन में
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गणपति आज पधारो, श्री रामजी की धुन में

गणपति आज पधारो, श्री रामजी की धुन में । गणपति आज पधारो, श्री रामजी की धुन में । रामजी की धुन में, श्री रामजी की धुन में । मोदक भोग लगाओ, श्री रामजी की धुन में ॥

कीर्तन रचो है म्हारे आंगने
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कीर्तन रचो है म्हारे आंगने

कीर्तन रचो है म्हारे आंगने, आओ-आओ गौरा जी रा लाल, कारज सफल करो । रिधि-सिद्धि ने सागे लया, जो अनधन सा भरे जो भंडार, कारज सफल करो ।

गजानन करदो बेड़ा पार
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गजानन करदो बेड़ा पार

गजानन करदो बेड़ा पार, आज हम तुम्हे मनाते हैं, तुम्हे मनाते हैं, गजानन तुम्हे मनाते हैं ॥

घर में पधारो गजानन जी
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घर में पधारो गजानन जी

घर में पधारो गजाननजी, मेरे घर में पधारो रिद्धि सिद्धि लेके आओ गणराजा, मेरे घर में पधारो ॥ ॥ घर में पधारो गजाननजी ॥

गजानंद महाराज पधारो कीर्तन की तैयारी है
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गजानंद महाराज पधारो कीर्तन की तैयारी है

गजानंद महाराज पधारो, कीर्तन की तैयारी है, आओ आओ बेगा आओ, चाव दरस को भारी है॥